नितेश सैनी/सुंदरनगर
चंबा-खजियार मार्ग मंगला के समीप हुए भूस्खलन में लापता चालक का अभी तक कोई भी सुराग हाथ नहीं लग पाया है। गत मंगलवार रात 2 बजे चंबा-खजियार मार्ग पर भारी भूस्खलन में दो पोकलैंड मशीनो सहित वहाँ से गुजर रही एक पिकअप गाड़ी चपेट में आ गई थी। एक पोकलैंड मशीन के चालक को मामूली चोट आई तो पिकअप गाड़ी का चालक बुरी तरह से घायल हो गया। जिसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। एक अन्य पोकलैंड मशीन चालक मलबे में दब गया था।
मलबे में दबे चालक रवि ठाकुर का 9 दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। चंबा-चुवाड़ी वाया जोत मार्ग (चंबा-खजियार) मार्ग पिछले 9 दिनों से बंद पड़ा है। जिससे आने जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। हालांकि प्रशासन ने लापता चालक को खोजने में पूरी ताकत झोंक दी है। पुलिस सहित आर्मी के जवान दिन-रात मशीन सहित चालक को ढूंढने का प्रयास कर रहे है। मगर इसके बावजूद भी प्रशासन को कोई कामयाबी हासिल नहीं हो पाई।
भूस्खलन इतना ज्यादा हुआ है कि अभी तक यह भी पता नहीं चला कि जेसीबी मशीन व उसका चालक कौन सी जगह पर जमीन के नीचे दबे हुए हैं। सुंदरनगर के धन्यारा पंचायत के ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि रवि ठाकुर एक गरीब परिवार से संबंध रखता है, जोकि अपनी रोजी-रोटी के लिए चंबा किसी सरकारी ठेकेदार के पास जेसीबी मशीन चलाने काम करता था।
लोगों ने प्रशासन से गरीब परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है। क्योंकि 21 साल का रवि ठाकुर ही इनका पालन पोषण करता था। एसडीएम चंबा दीप्ति मंढोत्रा ने बताया कि भूस्खलन की वजह से एक मशीन और उसका चालक मलबे के नीचे दब गए थे। सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। लापता चालक को जल्द ढूंढ लिया जाएगा।