एमबीएम न्यूज़/कुल्लू
जिले के कुछ भागों में कूड़े-कचरे की शिकायतों को उपायुक्त यूनुस ने गंभीरतापूर्वक लिया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि शहरों, उपनगरों अथवा पर्यटक गंतव्यों पर किसी प्रकार का कूड़ा-कचरा फैलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना किया जाएगा। इसके अलावा पर्यावरण को दूषित करने वाले व्यक्ति को सजा का भी कानून में प्रावधान है। वह इस पर किसी प्रकार की ढील को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है। विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर प्लास्टिक कचरे की समस्या से दो-चार होना स्वाभाविक है। इस पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक स्थल का समय-समय पर निरीक्षण किया जाए। राष्ट्रीय राजमार्गों, ब्यास नदी तथा इसकी अन्य सहायक नदियों व नालों, शहरों व गांवों में जहां कहीं पर भी कोई व्यक्ति यत्र-तत्र कूड़ा फैंकते पाया जाता है, तो मौके पर तत्काल कड़ी कार्रवाई करते हुए चालान किया जाए।
उन्होंने कहा कि जिले में लोगों को जागरूक करने के लिए अनेकों अभियान चलाए जा चुके हैं। स्कूली बच्चों को भी समय-समय पर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
कूड़ा व गंदगी की समस्या से निपटने के लिए की जा रही सर्विलेन्स
यूनुस ने कहा कि जिला के विभिन्न भागों विशेषकर शहरी व अर्धशहरी क्षेत्रों, पर्यटन स्थलों व नदियों के किनारे कूड़ा फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। विभिन्न माध्यमों से ऐसे संवेदनशील स्थलों की सर्विलेन्स की जा रही है। विभिन्न टीमों का गठन भी किया गया है, जो इस प्रकार की अनैतिक गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
कूड़े-कचरे को लेकर एनजीटी की भी हैं सख्त हिदायतें
यूनुस ने कहा कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण पर्यावरण संरक्षण को लेकर काफी संवेदनशील है। ऐसे अनेक अधिनियम बनाए गए हैं जिसमें दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई का प्रावधान हैँ। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य स्तरीय समिति को रिपोर्ट सौंपी जानी है। इससे पहले जिले को हर हालत में साफ-सुथरा बनाने के पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू, मनाली, भुंतर में जल्द ही अपविष्ट निस्तारण संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। गौर हो कि हाल ही में एनजीटी की राज्याध्यक्ष ने भी कुल्लू में आयोजित बैठक में इन प्रयासों के लिए उपायुक्त की सराहना की थी।
नदी-नालों, उपनगरों व पर्यटन स्थलों से कूड़ा हटाने को चलाया जाएगा विशेष अभियान
उपायुक्त ने कहा कि जिलाभर में आगामी 3 मई से ब्यास नदी, उपनगरों व पर्यटन स्थलों को साफ करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान में नगर निकायों, पंचायती राज संस्थानों, महिला व युवक मण्डलों तथा स्वयंसेवी संस्थानों व आम लोगों को सम्मिलित किया जाएगा।
इस दौरान विशेषकर प्लास्टिक का कचरा हटाकर इसका उपयुक्त निदान किया जाएगा। इस संबंध में परियोजना अधिकारी, पंचायत अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों को एक विस्तृत कार्यनीति तैयार करने को कहा गया है। यूनुस ने इस अभियान में प्रत्येक जनमानस के सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली की पहचान विश्व स्तर पर है। ऐसे में जिले में आने वाले लाखों सैलानियों के माध्यम से अच्छा संदेश व छवि बाहर जानी चाहिए।
अनाधिकृत ढारों व निर्माण पर रखी जाए कड़ी नजर
जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि पर्यटन गतिविधियां शुरू होते ही जिला के विभिन्न भागों में अनाधिकत तौर पर ढारों तथा अन्य प्रकार का निर्माण होने की आशंका बढ़ जाती है। उन्होंने संबंधित विभागों को इस पर कड़ी नजर रखने को कहा है। किसी भी प्रकार के ऐसे निर्माण को तुरंत तोडने व कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अनाधिकृत बस्तियों में रहने वाले प्रवासी नदियों को दूषित कर रहे हैं। इसकी उपयुक्त निगरानी करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद तथा नगर पंचायतें इस बारे आवश्यक कार्रवाई करें।
कचरे व गंदगी से बीमारियां बढऩे की भी आशंका
यूनुस ने कहा कि जगह-जगह पर कचरा फैलने से गर्मियों तथा बरसात के दौरान अनेक प्रकार की बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो जाता है। हम सभी अपने परिवेश को साफ-सुथरा रखकर अनेकों बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि पानी को अनावश्यक एकत्र न होने दें। इससे मच्छर पैदा होते हैं, जो मलेरिया तथा अन्य अनेक बीमारियों को प्रसारित करते हैं।