अनिल छांगू/ज्वाली (कांगड़ा)
पुलवामा हमले के शहीद तिलकराज का तीन वर्षीय बेटा वरुण स्कूल जाने लगा है। शहीद अपने पीछे पत्नी सहित दो बेटे छोड़ गया था छोटा बेटा तो चंद महीने का ही है। पिता की शहादत के वक्त छोटे बेटे की उम्र चंद रोज थी। बेटे के दाखिले पर शहीद की विधवा पत्नी सावित्री देवी फूट-फूट कर रो रही थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने शहीद की विधवा पत्नी को कांगड़ा के डीसी कार्यालय में क्लर्क के पद पर नौकरी दी है। इसी को लेकर हाल ही में सरकार ने ज्वाइनिंग देने के लिए चुनाव आयोग से भी अनुमति मांगी थी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहीद के बेटे वरुण के बेहतरीन भविष्य की कामना की है।
शहीद तिलकराज एक बेहतरीन स्पोर्टसमैन के अलावा लोकगायक भी थे। 27 अप्रैल 2007 को सीआरपीएफ में अपनी सेवाएं शुरू करने वाले तिलकराज आज शहादत के बाद लाखों लोगों के दिलों में राज कर रहे हैं।