एमबीएम न्यूज़/नाहन
नाहन शहर के साथ जुड़े 16 गांव प्रदेश सरकार व आर्मी की लापरवाही व मनमर्जी के कारण बेहद परेशान है। तंग आकर गांव सिम्बलवाला, रोडावली, जब्बल का बाग़, गाड्डा, दखाली, बूब्बी, खैरवाला, जांजली, धारक्यारी, कालाकुंड, भलगांव, कोटली, मझौली, जलापडी, विक्रम कैसल व चिड़ावली के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी व्यथा शिकायत पत्र के माध्यम से भेजी है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि इन गांव को जाने के लिए एकमात्र सड़क नाहन के कैंट एरिया से निकलती है। इस सड़क पर आर्मी किसी भी मालवाहक वाहन को गुजरने नहीं देती।
सुरक्षा का हवाला देकर आर्मी ने तानाशाही रुख अपनाया हुआ है। भवन निर्माण सामग्री न ले जा पाने के कारण लोगों को घर बनाने में दिक्कत आ रही है। वहीं पुराने घरों की मैंटनेंस के लिए भी भवन सामग्री ले जाने पर पाबंदी है। यही नहीं नाहन सब्जी मंडी से जब्बल बाग के लिए एक कच्ची सड़क ग्राम पंचायत नाहन ने बनवाई है। यह सड़क आर्मी क्षेत्र से बिलकुल बाहर होकर जाती है। मगर आर्मी यहां भी भवन सामग्री या अन्य सामान वाले वाहन को रोककर जब्त कर लेती है।
इस तानाशाही रवैये से ग्रामीण बेहद परेशान है। यही नहीं पैदल चलने वाले व अन्य वाहनों पर जाने वाले वाहनों को भी आर्मी उल-जलूल सवालों से परेशान करती है। प्रधानमंत्री सड़क योजना में बनने वाली सड़क में केवल 500 मीटर का टुकड़ा ही आर्मी की जमीन में आता है। उधर जब्बल का बाग से आगे बनोग तक बनाई गई सड़क की स्थिति बहुत दयनीय है। पीडब्ल्यूडी विभाग इस और कोई ध्यान नहीं देता।
आज के इस डिजिटल इंडिया के युग में जिला मुख्यालय से मात्र 6 किलोमीटर की दूरी पर रह रहे लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं। इन समस्त ग्रामीणों की मांग है कि नाहन सब्जी मंडी से जब्बल बाग़ होते हुए एक बाए पास अगर बन जाता है तो जहां ग्रामीण इस समस्या से मुक्त हो जाएंगे वहीं नाहन शहर में रोज लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी।