एमबीएम न्यूज/कुल्लू
आनी उपमंडल की निरमंड घाटी शुक्रवार को सिसक रही थी। खरगा पंचायत के थरूआ गांव का 32 वर्षीय बेटा विदेश चंद, चंद घंटों के लिए तिरंगे में लिपटकर घर लौटा था। इसके बाद हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन होने के बाद धरती मां की गोद में हमेशा के लिए सो गया। हजारों की संख्या में जनसैलाब की आंखें नम थी। शहीद का अंतिम संस्कार
भतीजे भुवेश ठाकुर व चचेरे भाई राकेश कुमार ने शहीद को नम आंखों से मुखाग्नि दी। सात साल पहले निन्टा देवी से परिणय सूत्र में बंधे विदेश चंद की कोई संतान नहीं है। घर पर बूढ़े पिता ईश्वर दास व मां पुष्पा देवी पिछले 23 दिनों से अपने बेटे की सलामती की उम्मीद लगाए हुए थे, लेकिन होनी को कुछ ओर ही मंजूर था। उल्लेखनीय है कि शहीद विदेश चंद उन जवानों में शामिल था, जो 20 फरवरी को लापता हो गए थे। विलाप करते परिजन
अंतिम यात्रा में मंडी के एडीएम अक्षय सूद व एएसपी राजकुमार के अलावा एसडीएम चेत सिंह व स्थानीय विधायक भी मौजूद थे। 11 बजे के आसपास शहीद का पार्थिव शरीर चंद घंटों के लिए घर लाया गया। इसके बाद चाटी श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एसडीएम चेत सिंह के मुताबिक शोकाकुल परिवार को प्रशासन ने फौरी राहत के तौर पर एक लाख की राशि जारी की है।
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