किन्नौर (एमबीएम न्यूज़) : श्री खंड यात्रा मार्ग में बादल फटने के कारण पुल ढह जाने से रास्ते में फंसे 300 से अधिक श्रदालुओ को स्थानीय लोगो ने निकाला। जब की 300 से अधिक श्रदालु अभी भी यात्रा मार्ग में है।चायल और डीम पंचायत के प्रधानो ने मोके पर पहुँच कर ग्रामीण युवाओ की मदद से सिंघाड़ बेस केम्प में फंसे श्रदालुओ को खड्ड में अस्थाई पुल बना कर किसी तरह बाहर निकाला। चायल पंचायत प्रधान संदेव ठाकुर और डीम पंचायत प्रधान पूर्ण ठाकुर ने बताया जब सरकारी स्तर पर सिंघाड़ बेस केम्प से वाहन मार्ग जाओ लोगो को लेन की कोई विकल्प नही हुआ तो। श्रदालुओ की हालत को देख ग्रामीण युवाओ ने जाओ के साथ बहती खड़ में जान की परवाह किये बगैर अस्थाई पुलिया बनाई और लोगो को पकड़ पकड़ कर पानी के तेज बहाव से बाहर निकाला। संदेव और पूर्ण ठाकुर ने बताया जब प्रशासन की ओर से राजस्व अधिकारी मौके पर पहुचे तो उन्होंने मदद की बजाए। कोई श्रदालु गलती से पानी के बहाव में बहा तो प्रधानो के खिलाफ कारवाही होने की बात कही गई। जिस से रेस्क्यू प्रयास को ग्रामीणों को रोकना पड़ा।
संदेव ने बताया दोपर 3 बजे तक 200 से अधिक श्रदालुओ को सिंघाड़ बेस केम्प से जाओ की और रेस्क्यू किया गया । लेकिन प्रशासन दवारा जोखिम न उठाने की हिदायत देते ही 100 से अधिक श्रदालुओ को छोड़ रेस्क्यू बंद किया। इसी बीच डीम पंचायत के प्रधान पूर्ण ठाकुर मोंके पर पहुँचे और श्रदालुओ की हालत देख किसी भी अनहोनी की जिम्मेवारी अपने ऊपर लेते हुए अपनी टीम के साथ फिर रेस्क्यू जारी किया। उन्होंने बताया सिंघाड़ बेस केम्प से सभी फंसे हुए श्रद्धालु निकल दिए गए। लेकिन श्रीखंड मार्ग में निकले दूसरे श्रदालु जिन की संख्या 300 से अधिक बताई जा रही है उन्हें बेस केम्प से बाहर निकल जाना है। उधर सिंघाड़ समेत कुछ स्थानों से लंगर भी हालात को देख बंद कर दिए गए है। उधर प्रशासन की ओर से बताया गया की जाओ सिंघाड़ मार्ग में जहाँ पुल ढह गया है वहां झूले की ब्यवस्था की जा रही है। बहरहाल श्री खंड यात्रा पर सरकारी ताम झाम बढ़ाते ही कुदरत की मार बढ़ने लगी है। बीते वर्ष भी हालात विकराल हुए थे मौतेभी हुई थी। ऐसे में हिमाचल का अमरनाथ अब्यवस्थाओ की भेट चढ़ रहा है।