वी कुमार/मंडी
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा की नाराजगी को देखते हुए राज्य सरकार ने जिला में दस दिनों के भीतर डॉक्टर भेजने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी खुद मंत्री अनिल शर्मा ने मंडी में दी। रविवार को उन्होंने मंडी शहर के भगवाहन मुहल्ले का दौरा किया। इस दौरान पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बात में इसकी जानकारी दी। अनिल शर्मा ने बताया कि जिला के जोनल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दस दिनों में डॉक्टरों की तैनाती करने की हामी भरी है। अनिल शर्मा ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में इस पर लंबी चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग के सचिव को भी बैठक में बुलाया गया था।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 200 डॉक्टरों की नियुक्ति हो रही है, जिसमें से काफी अधिक डॉक्टर मंडी जिला को भेजने का निर्णय लिया गया है। यह डॉक्टर जोनल अस्पताल सहित जिला के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में तैनात किए जाएंगे ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। वहीं जोनल हास्पिटल मंडी के लिए मेडिकल कालेज नेरचौक से भी कुछ विशेषज्ञों को डेपुटेशन पर भेजने का निर्णय लिया गया है।
बता दें कि बीती 6 जनवरी को मंडी जिला के सदर विधानसभा क्षेत्र के साईगलू में आयोजित जनमंच के दौरान अनिल शर्मा ने डॉक्टरों की कमी को लेकर अपने क्षेत्र की जनता से माफी मांगी थी और कहा था कि इसके लिए वह शर्मिंदा हैं। साथ ही अनिल शर्मा ने यह भी कहा था कि सिर्फ संस्थान खोले जा रहे हैं। जबकि खाली पदों को भरने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग इस वक्त उनके लिए चिंता का विषय बना हुआ है।