नाहन (एमबीएम न्यूज़) : अध्यक्ष जिला परिषद सिरमौर दयाल प्यारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 13वें वितायोग तथा पिछडा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत जिन विभागों द्वारा स्वीकृत राशि अभी तक विकास कार्यो पर व्यय नही की गई है उसे 15 दिन के भीतर जिला परिषद को वापिस कर दें ताकि उसका उपयोग जनहित के कार्यो के लिए किया जा सके।
अध्यक्षा, जिला परिषद जिला परिषद सिरमौर की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होने जिला परिषद के सदस्यों से आग्रह किया कि जिन सडको का निर्माण कार्य संबन्धित क्षेत्र के लोगो द्वारा भूमि दान में न दिए जाने रूका पडा है उसके समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर आवश्यक कदम उठाए जाए और अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करके संबन्धित लोगो के साथ बैठकर ऐसे मामलों को निपटाया जाए ताकि अधूरी पडी सडको का निर्माण कार्य आरंभ किया जा सके।
उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सदस्यों द्वारा बैठक में रखे मामलों को गंभीरता से लिया जाए तथा कार्यो को समयबद्ध पूर्ण करने के प्रयास करें। उन्होने सदस्यों द्वारा जिला की सडको की दयनीय हालत के बारे में पूछे गए प्रश्नों पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवरूद्ध मार्गो को तुरन्त यातायात के लिए खोलने के साथ-साथ सडको की आवश्यक मुरम्मत भी करवाई जाए ताकि लोगो को आवागमन की कोई असुविधा न हो।
दयाल प्यारी ने मडीधाट से सुल्तानपुर सडक की मुरम्मत तथा इसके द्वितीय चरण के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस सडक की मुरम्मत करने के निर्देश दिए तथा स्थानीय लोगो से आग्रह किया कि सडक के दूसरे चरण के लिए अपनी भूमि विभाग के नाम करें ताकि सडक का निर्माण कार्य आरंभ किया जा सके। उन्होने बताया कि मझाणा तथा अंधेरी पालियों पुल निर्माण की डीपीआर स्वीकृति हेतू सरकार को भेज दी गई है।
अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनमोहन शर्मा ने जिला परिषद के सदस्यों का स्वागत करते हुए जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा लावारिस पशुओं की रोकथाम के लिए प्रत्येक पंचायत में गौ सदन खोलने का निर्णय दिया है जिसके लिए जिला की काफी पंचायतों ने अपनी भूमि गौ सदन के लिए दे दी है।
उन्होने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को पशुओं के पंजीकरण तथा गौशाला निर्माण के लिए लोगो को प्रेरित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला परिषद के उपाध्यक्ष जगीरी राम सहित जिला परिषद सदस्यों के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।