एमबीएम न्यूज/धर्मशाला
20 साल के इतिहास में तपोवन का शीतकालीन सत्र सबसे बेहतरीन रहा है। यह बात विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद तपोवन परिसर में मीडिया से कही। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष ने आक्रामक तरीके से अपनी बात रखी। सदन में पांच विधेयक सर्व सम्मति से पारित किए गए।नशे के खिलाफ संकल्प लिया गया।
बिंदल ने कहा कि यह बात ऑन रिकॉर्ड है कि सदन में पक्ष व प्रतिपक्ष को कितना समय दिया गया। उन्होंने कहा कि लाजमी सी बात है कि प्रतिपक्ष अपनी बात को उठाने के लिए आक्रामक रुख अपनाता है। इसे अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। बिंदल ने कहा कि शीतकालीन सत्र का रिकॉर्ड साफ जाहिर करता है कि 20 साल के इतिहास में प्रदेश के मुद्दों से जुड़ी इतनी चर्चा कभी नहीं हुई, जितनी इस बार हुई हैं।
एक सवाल के जवाब में बिंदल ने कहा कि हिमाचल के हितों से बढ़कर व्यय की अहमियत नहीं है। उन्होंने कहा कि इतना जरूर है कि खर्चे की उपयोगिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल के हित की बात है तो खर्चा कोई मायने नहीं रखता है। कुल मिलाकर विधानसभा के सत्र से स्पीकर डॉ. राजीव बिंदल काफी संतुष्ट नजर आए।