एमबीएम न्यूज/ नाहन
इस दुनियां में कदम रखते ही मासूम बच्चे इसरार को रक्त की कमी की बिमारी “थेलेसिमिया ” हो गई थी। इसके बाद उसे हर माह रक्त चढ़ने लगा। यह रक्त उसे पूरी जिंदगी चढ़ेगा, क्योकि इसरार के शरीर में रक्त नहीं बनता है। इसरार के पिता को हर माह अपने बच्चे को रक्तदाता(O+ve) की जरूरत होती है। अगर रक्तदाता उसके बेटे को रक्त देगा तभी उसके घर का चिराग जीवित रह पाएगा। सोमवार को भी इसरार को रक्त की जरूरत पड़ी,इस दौरान उसे कहीं से भी रक्त नहीं मिला। इस बीच इसरार के पिता गुलफान ने एमबीएम से संपर्क किया। जिसके बाद दानियों ने इसरार को अपना रक्त देने की पेशकश की। रक्तदानियों की दरियांदिली देख गुलफाम की आंखे भर आई। इसरार रक्त चढ़ने के बाद ही आम बच्चों की तरह खेल व हंस पाता है। इसरार के पिता गुलफाम ने बताया कि रक्त चढ़ने के बाद वह साईकिल चलाता है और अन्य बच्चों की तरह शरारत करता है।इसरार की गर्भवती माँ की मृत्यु एक माह पहले ही हुई थी।
दुखों से भरी है गुलफाम की जिंदगी
इसरार के पिता गुलफाम का जीवन दुखों से लबरेज है, जहां बेटे के शरीर में रक्त न बनने की बिमारी का दंश उसे झेलना पड़ रहा है वहीं उसे एक माह पूर्व अपने हम सफर अपनी पत्नी अफसाना का साथ भी खोना पड़ा। गुलफाम की पत्नी गर्भवती थी, इसी दौरान उसकी मौत हो गई थी जिसमें बच्चा उसके पेट में ही मर गया था। अब गुलफाम अपने लाडले बेटे इसरार व बेटी के सहारे जी रहा है। गुलफाम बीपीएल परिवार में आता है और दिहाड़ी कर अपने परिवार को पालन पोषण करता है।
क्यों न बना ले चेन
अगर रक्तदाता मिल कर ऐसी चेन बना ले जिससे यह तय हो जाये कि किस महीने कौन रक्तदान करेगा तो शायद गरीब बाप को हर महीने ब्लड के इंतजाम को लेकर धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क भी सूत्रधार बनने को तैयार है। यदि आप ओ पोस्टिव रक्दाता है तो अपना मोबाइल नंबर लिख कर कॉमेंट बॉक्स में डाल दे।
9 साल से इसरार को चढ़ रहा है रक्त
नन्हे इसरार ने जब इस दुनिया में जन्म लिया तो महज 3 माह की उम्र में ही उसे थैलेसीमिया यानि खून की कमी की बीमारी लग गई थी। चिकित्सकों ने इसरार के पिता गुलफाम को बच्चे की स्थिति को देखते कहा कि इसे अब जिंदगी भर खून देना पड़ेगा। तभी यहां जी पाएगा तब से गुलफाम का अहम मकसद अपने लाडले को खून दिलाना है। वह जहां अपने परिवार के लिए रोजी रोटी का प्रबंध करता है, वही खून के लिए भी भटकता है। इसरार को गुलफाम पिछले 9 साल लोगों से पेैर पकड़ खून चढ़ाता आ रहा है।बहरहाल अब गुलफाम अपने लाड़ले के जीवन के लिए रक्त का मोहताज है।
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