एमबीएम न्यूज़/शिमला
नोटबन्दी के दो साल पूरे होने पर कांग्रेसियों ने शुक्रवार काली पट्टी बांधकर राजधानी शिमला में विरोध प्रदर्शन किया। शहर में कांग्रेस कार्यालय से जुलूस निकालकर नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी की और CTO चौक पर धरना दिया गया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अनोखे ढंग से नोटबन्दी का विरोध जताया। कुछ कांग्रेसी नेता नोटबन्दी की खिलाफत के बैनर हाथ में लिए हुए थे, तो कुछ ने ये बैनर पहने हुए थे।
केंद्र सरकार के खिलाफ इस विरोध प्रदर्शन में कुसम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह, प्रदेश कांग्रेस महासचिव हरभजन सिंह भज्जी, प्रदेश मीडिया प्रभारी नरेश चौहान, हिमाचल महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशीला नेगी सहित अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान नरेश चौहान ने कहा कि मोदी सरकार के नोटबन्दी के निर्णय ने पूरे भारतवर्ष की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर के रख दिया है।किसान,युवा व्यापारी और हर वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अब नोटबंदी की जवाबदेही सुनिश्चित करने का समय आ गया है और प्रधानमंत्री को जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए। कालेधन, भ्रष्टाचार, आतंकवाद को वित्तपोषण और नकली नोट पर अंकुश लगाने की बात की गई थी जो कि गलत साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि नोटबन्दी के कारण देश में 120 लोग मारे गए, अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ का नुकसान, लाखों नौकरियां गईं तथा अब आम चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।