अमरप्रीत सिंह/सोलन
हिमाचल में हर गांव को सड़क से जोड़ने की बात की जा रही है। सिरमौर का गांव सुचावाला में 16 वर्ष पहले सड़क निर्माण की घोषणा और धनराशी का प्रावधान होने के बाद भी पिछले 16 वर्षों से सडक नहीं पहुंची। गांववासी इस सड़क के लिए पिछले 16 वर्षों से सड़क के लिए संघर्ष कर रहे है। मगर 2000 की आबादी वाले इस गांव में आज तक न जाने क्यों सड़क नहीं पहुंच पाई है। युवाओं ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि सड़क न होने की वजह से बीमार बूढ़े और बच्चों को अक्सर दिक्कतों का सामना करना पढ़ता है। इसलिए वह गांव में सड़क की मांग कर रहे है।
उन्होंने बताया कि 16 वर्ष पहले गांव की सड़क के लिए 40 लाख रूपये आ चुका था। काम शुरू भी हो गया था, मगर अचानक काम बंद हो गया जो आज तक आरंभ नहीं हो पाया है। यहां तक कि वह अपनी जमीने भी सरकार के नाम कर चुके है। वह गांव के प्रधान जिला प्रशासन विधायक और प्रदेश के कई मंत्रियों के समक्ष गुहार लगा चुके है। लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
इसलिए वह अब उन्हें जगाने के लिए यह पैदल यात्रा कर रहे है। करीबन दिन रात एक कर 70 किलोमीटर का सफर कर चुके है। पांव में छाले पड़ रहे है। चलना दूभर हो चुका है। लेकिन उनका हौंसला कम नहीं हुआ है। उनकी यात्रा अब कल शिमला जा कर ही खत्म होगी। वह वहां तब तक डटे रहेंगे जब तक कि उनकी मांग मान नहीं ली जाती।