अभिषेक मिश्रा/बिलासपुर
बिलासपुर में एम्स का काम समय पर शुरू नहीं करवा पाना केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नडडा और सांसद अनुराग ठाकुर की सबसे बड़ी असफलता है। यह बात बिलासपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस पार्टी के महासचिव संदीप सांख्यान ने कही। उन्होंने कहा कि करीब 10 महीने प्रदेश सरकार को बने हुए भी हो चुके हैं। सवा चार वर्ष देश में भाजपा की सरकार को बने हुए हो गए पर अभी तक भी वन भूमि एम्स के नाम ट्रांसफर तक नही हो पाई है। अब जैसे-जैसे आम चुनावों की आहट नजदीक आ रही है तो बिलासपुर की जनता का मन बहलाने के लिए बाउंडरी वॉल का काम शुरू करवा देंगे।
उन्होंने कहा कि जिस संस्थान की नींव खुद देश के प्रधानमंत्री ने स्वयं आकर रखी हो उसका ही काम समय से नहीं हो रहा हो, तो उस काम का क्या होता होगा जिसकी नींव अन्य भाजपा के नेता रखते होंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आज से ठीक एक वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स का ऑनलाइन शिलान्यास लुहनू के इंडोर स्टेडियम से किया था। लेकिन वहां पर अभी तक एक भी ईंट नही लगाई गई है। तो क्या अब भी देश के स्वास्थ्य मंत्री यही कहेंगे जो पूर्व की कांग्रेस सरकारों के समय कहते थे कि कांग्रेस की सरकारें काम नहीं करती।
उन्होंने कहा कि ठीक 25 दिसंबर 2015 को प्रदेश में कांग्रेस की सरकार की कैबिनेट ने एम्स बिलासपुर को चंगर पलासिया, राजपुरा नोआ व कोठीपुरा में खोलने का फैसला लिया था। उसके बाद केंद्र की भाजपा सरकार ने इस सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल को लटकाए रखा। फिर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव आये तो उसके मद्देनजर देश के प्रधानमंत्री मंत्री व स्वास्थ्य मंत्री अपने पूरे कुनबे के साथ इसकी फाउंडेशन रखने बिलासपुर पहुंच गए। हैरानी की बात तो यह हो गई कि अब प्रदेश व देश मे भाजपा की सरकारें हैं। अभी तक एक पत्थर तक एम्स की साइट पर नहीं लग पाया है। प्रश्न यह उठता है कि जब तक वन विभाग की एनओसी नहीं होती तब तक बाउंड्री वॉल का काम भी कैसे हो सकता है।