एमबीएम न्यूज़/शिमला
बस किराए में 20 से 24 फीसदी बढोतरी के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध करते हुए माकपा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। माकपा ने किराया बढोतरी की कड़ी निंदा करते हुए 1 अक्तूबर से आंदोलन शुरू करने का एलान किया है। माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य संजय चौहान ने बुधवार को कहा कि सरकार ने भारी भरकम किराया बढोतरी कर आम जनता पर वितीय बोझ डाला है। माकपा इसके विरोध में व्यापक आंदोलन चलाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम बस किराया में 100 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस बढोतरी के बाद न्यूनतम किराया 6 रुपये तय किया गया है। इसी तरह साधारण बस का किराया बढ़ाकर 1.75 रु.प्रति कि.मी. कर दिया गया है, जो कि अन्य राज्य की तुलना में कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क परिवहन के अतिरिक्त कोई भी अन्य परिवहन की व्यवस्था नहीं है। रेल का विस्तार आज़ाद भारत मे सरकार द्वारा बिलकुल भी नहीं किया गया है।
प्रदेश में जनता आज बस के द्वारा ही सफर करती हैं। पहले ही महंगाई की मार झेल रही हैं। किसान, मजदूर, कर्मचारी, छात्र, महिला सभी इस बस किराया से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि इस बस किराया वृद्धि को तुरंत वापिस ले अन्यथा पार्टी जनता को लामबंद कर 1 अक्टूबर से आंदोलन करेगी। ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश सरकार इस बस किराया वृद्धि को वापिस नहीं लेती।