एमबीएम न्यूज़/शिमला
लॉकअप हत्या मामले में कंडा जेल में बंद शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी की जमानत पर सोमवार को भी प्रदेश हाईकोर्ट में फैसला नहीं हो पाया। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका की सुनवाई को 23 अक्तूबर तक के लिए टाल दिया है। बीते 10 माह से न्यायिक हिरासत में चल रहे आरोपी पूर्व एसपी नेगी ज़मानत के लिए छटपटा रहे हैं। सोमवार को उनकी जमानत पर न्यायाधीश संदीप शर्मा के समक्ष सुनवाई हुई।
नेगी की जमानत का सीबीआई के वकील ने विरोध किया और दलील दी कि लॉकअप प्रकरण में पूर्व आईजी एच जहूर जैदी की जमानत याचिका का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से पहले नेगी की जमानत पर कोई आदेश पारित न किए जाएं। इसके बाद न्यायाधीश ने जमानत पर फैसले के लिए 23 अक्तूबर की तारीख तय की। इससे पहले गक्त 10 सितम्बर को जमानत पर सुनवाई हुई थी। उल्लेखनीय है कि लॉकअप हत्या मामला कोटखाई के बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण से जुड़ा है। बीते साल 6 जुलाई को गुड़िया का शव कोटखाई के हलाइला जंगल से बरामद हुआ था।
इस मामले में तत्कालीन आईजी जैदी की अध्यक्षता में गठित पुलिस की एसआईटी ने सूरज सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। लेकिन 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाने के लॉकअप में सूरज की हत्या कर दी गई। पुलिस पर हत्या का आरोप लगा। प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने जांच शुरू की। गत वर्ष 29 अगस्त को पूर्व आईजी जैदी व 8 पुलिस वालों को गिरफ्तार किया। वहीं 16 नबम्बर को नेगी को गिरफ्तार किया गया।