किन्नौर, 28 अप्रैल : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने किन्नौर में पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हैं। ऐसे-ऐसे कई मामले सामने आए हैं जो पहले कभी नहीं हुए थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपने विधायकों की रखवाली करवाने और विपक्ष के नेताओं की जासूसी करवाने में लगा रखा है।
राज्यसभा में कांग्रेस की हार पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं सीएम होता तो राज्यसभा की हार के बाद पद से इस्तीफा दे देता। जयराम ठाकुर ने कहा कि पंद्रह महीने की सरकार में 15 पैसे का काम नहीं किया है। अपनी नई योजनाएं नहीं चलाई तो कोई बात नहीं लेकिन जो पुरानी योजनाएं चल रही थी, उन्हें भी बंद कर दिया। हि गोबर खरीदने से लेकर 300 यूनिट बिजली देने का वादा किया, महिलाओं को 1500 रुपए देने की बात कहीं थी, लेकिन दिया कुछ नहीं। हमने बिना कहे, बिना गारंटी दिये बस का किराया महिलाओं के लिए आधा किया, 30 हज़ार असहाय लोगों को हर महीने 3 हज़ार रुपए की पेंशन दी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चाहे मैं हूं या कंगना आप के जैसे परिवार से निकल कर आए हैं, जीवन भर संघर्ष किया है। गरीबी देखी है और उससे लड़ने की शक्ति है। विक्रमादित्य को भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। हर दिन लोगों से सोशल मीडिया में आकर सुझाव मांगते रहे, जब लोगों ने सुझाव दिए तो कहा दिया कि मैं डाकिया नहीं हूँ।