नाहन (एमबीएम न्यूज़) : किसी प्रकार की प्राकृतिक एवं अन्य आपदा के समय कोई भी व्यक्ति जिला मुख्यालय पर कार्यरत नियंत्रण कक्ष केे टॉल फ्री न0 1077 और एक अन्य दूरभाष न0 01702-222546 पर सहायता के लिए सम्पर्क कर सकते है।
उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया ने जिला स्तरीय आपदा प्रबन्धन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि जिला मुख्यालय के अतिरिक्त सभी उप मण्डल मुख्यालय पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए गए है जिनके दूरभाष न0 पांवटा साहिब में 01704-224100, शिलाई में 01704-278534, राजगढ़ में 01799-221034, नाहन में 01702-226568 और संगड़ाह में 01702-248137-248004 निर्धारित किए गए है । उन्होने बताया कि सभी नियंत्रण कक्ष चौबिस घंटे क्रियाशील रहेंगे।
उपायुक्त ने लोक निर्माण, आईपीएच, विद्युत, स्वास्थ्य , खाद्य एवं आपूर्ति तथा जिला में कार्यरत सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेषकर बरसात के मौसम को मध्यनजर रखते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का अपरिहार्य कारणों को छोड़कर अधिक लम्बे समय तक अवकाश स्वीकृत न किया जाए । उन्होने सभी विभागों को आपदा से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए ।
बडालिया ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में सड़का़े़ के रख रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए और संवेदनशील स्थलों पर समय रहते आवश्यक मुरम्मत की जाए ताकि भारी वर्षा से मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होने अधिकारियों को मशीनरी व श्रम शक्ति हर समय तैयार रखने के भी निर्देश दिए।
उन्होने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि विद्युत लाईनों की आवश्यक मुरम्मत समय पर की जाए ताकि बरसात के दिनों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने से लोगों को कोई असुविधा न हो। उन्होने आईपीएच विभाग को निर्देश दिए कि सभी पेयजल योजनाओं का रख रखाव प्राथमिकता के आधार पर किया जाऐं और सभी पेयजल स्त्रोतों का समय समय पर क्लोरिनेशन किया जाए ताकि दूषित पानी से किसी प्रकार की बीमारियों के फैलने की संभावना उत्पन्न न हो।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों मे जीवन रक्षक दवाऐं प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाई जाए ताकि किसी प्रकार की आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को मौके पर प्राथमिक उपचार सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके अतिरिक्त जिला व उप मण्डल स्तर पर कार्यरत सभी स्वास्थ्य संस्थानो में एंबुलैस तथा अन्य चिकित्सा संबधी सुविधाऐं हर समय तैयार रखे और विशेषकर बरसात के मौसम के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों मे स्टाफ उपलब्ध रहने के निर्देश जारी किए जाऐं।
उन्होने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के दौरान जिला में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सामान्य बनाए रखने के लिए समय रहते आवश्यक कदम उठाए जाए और संवेदनशील क्षेत्रों में खाद्यान की अग्रिम आपूर्ति की जाए ताकि जिला में विशेषकर बरसात के दौरान खाद्यान की कमी होने से लोगों को कोई असुविधा न हो ।
उपायुक्त ने पुलिस व होमगार्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए सुरक्षा बल के जवानों को तैयार रखे । उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूली बच्चों और युवा क्लबों के सदस्यों को आपदा से निपटने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए ताकि आपदा के समय सभी प्रशिक्षित युवाओं की सेवाऐं ली जा सके।
उन्होने पांवटा के यमुना तथा गिरि नदी के करगानू गौड़ा और ददाहू में प्रमुख स्नान स्थलों पर आवश्यक साइन बोर्ड स्थापित करने के लिए संबधित क्षेत्र के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए ताकि बाढ़ के दौरान कोई अनहोनी घटना पेश न आए। उन्होने गोताखोरों को भी विशेषकर बरसात के दौरान अनुबंधित करने को भी कहा । उन्होने कहा कि सभी अधिकारियों के अतिरिक्त एनजीओ, पंचायत, गोताखोरो इत्यादि के दूरभाष व मोबाईल न0 का डाटा सभी संबधित व्यक्तियों को उपलब्ध करवाया जाए ताकि आपदा के समय आपस में तालमेल बना रहे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सौम्या सांबशिवन, अतिरिक्त उपायुक्त मनमोहन शर्मा, वन अरण्यपाल, जिला में कार्यरत सभी एसडीएम सहित जिला स्तर के सभी अधिकारियों ने भाग लिया।