धर्मशाला (एमबीएम न्यूज) : प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बलबीर तेगटा के दो वर्ष के कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए गए। बलबीर तेगटा ने 2 जुलाई 2013 को बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। आज उनका दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है। तेगटा के कार्यकाल में बोर्ड ने नए आयाम स्थापित किए हैं और शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता लाने में प्रयासरत रहा है।
तेगटा भारतीय सेवा से 20 जून 2013 को सेवानिवृत हुए थे, जिसके उपरांत सरकार द्वारा उन्हें हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया। प्रदेश सरकार की सेवा में रहते उन्होंने शिक्षा, पंचायतीराज, आबकारी एवं कराधान, शहरी विकास, बंदोबस्त, खाद्य एवं अधिकारिता एवं पशु पालन इत्यादि विभागों में सेवाएं प्रदान की। उन्होंने भारत सरकार के गृह मंत्रालय में भी प्रदेश की जनगणना-2011 के कार्य का संचालन किया।
तेगटा हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक में प्रबंध निदेशक व विधानसभा में सचिव के पद पर भी नियुक्त रहे चुके हैं। जिला शिमला के कशैणी गांव में 5 जून 1953 को किसान बागवान परिवार में जन्में बलबीर तेगटा का हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के कार्यकाल में उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव का लाभ मिलते हुए अनेक ऐसे निर्णय लिए गए, जिससे परीक्षा प्रणाली को सुदृढ़ किया गया।
प्रदेशवासियों को बोर्ड द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं में भी निरंतर सुधार लाया गया, जिससे आम लोगों को अधिक से अधिक सुविधा व छात्रों के अभिभावकों को कम से कम कठिनाई का सामना करना पड़े। बोर्ड सचिव विनय धीमान ने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष के नेतृत्व में बोर्ड ओर तरक्की करेगा। विशेषकर छात्राओं को ओर सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास करेगा।
अध्यक्ष के कार्यकाल में बोर्ड कार्यालय में ये हुए कार्य
इस दौरान बोर्ड कार्यालय को पूरी तरह कंप्यूटरीकृत प्रणाली के अंर्तगत लाया जाना, डाटा सैंटर की स्थापना, बोर्ड की आंतरिक कार्यप्रणाली को विभिन्न मॉडयूल के अंतर्गत लाए जाने, सारे कार्यालय को लेन सिस्टम द्वारा जोडक़र डाटा सैंटर से जोडऩे का निर्णय, सभी पुस्तक वितरण केंद्रों को बोर्ड मुख्यालय से ऑनलाइन जोड़े जाने बारे सुविधा उपलब्ध, राज्य मुक्त विद्यालय व बोर्ड के अन्य कार्यों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए मंडी, शिमला व धर्मशाला में क्षेत्रीय कार्यालय खोलना व राज्य मुक्त विद्यालय के पंजीकरण एवं परीक्षा में प्रवेश के लिए ऑनलाइन सुविधा आरंभ करना, उत्तर पुस्तिकाओं को ओएमआर बेस्ट किया जाना कार्य बेहतरीन तरीके से हुए। इसके अलावा भी बलबीर तेगटा के कार्यकाल में कई ऐसे कार्य किए गए, जोकि प्रशंसनीय है।