एमबीएम न्यूज़/शिमला
राजधानी के बहुचर्चित युग हत्याकांड मामले में फैसले की घड़ी आ गई है। 16 माह तक चले ट्रायल के बाद जिला सत्र न्यायालय ने चार वर्षीय मासूम युग का अपहरण के बाद हत्या मामले में तीनों आरोपियों तेजेंद्र, चन्द्र और विक्रांत को दोषी करार दिया है। इस मामले में तीनों दोषियों को अगले सोमवार यानी 13 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी।
मासूम की अपहरण के बाद विभत्स तरीके से हत्या करने के इस जघन्य मामले ने सबको झकझोर कर रख दिया था। शहरवासियों ने सड़कों पर उतरकर आरोपियों को फांसी देने की मांग की थी।सोमवार को तीनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला न्यायालय में पेश किया गया। न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह ने तीनों आरोपियों तेजेंद्र, चन्द्र और विक्रांत को दोषी करार दिया।
इस मामले में पूरे शहर की नजर कोर्ट के फैसले पर लगी थी। युग के परिजन और शहरवासी बड़ी बेसब्री से कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कर रहे थे। दिलचस्प यह है कि दो आरोपी युग के ही पड़ोसी हैं और इनके परिजनों की राम बाजार में दुकान हैं।
मासूम युग के कारोबारी पिता विनोद कुमार का कहना है कि न्यायप्रणाली पर हमारा पूरा विश्वास है। बस अब भगवान से यही प्रार्थना है कि कोर्ट इन पापियों को फांसी की सजा दे। बता दें कि 4 साल के मासूम युग का राम बाजार स्थित उसके आवास से अपह्रत कर बड़ी बेहरहमी से कत्ल कर दिया गया था। अपराधियों ने युग को नगर निगम के पेयजल टैंक में डाल दिया था। जब इसका खुलासा हुआ, तो परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया, वहीं पूरा शहर इस जघन्य घटना से स्तब्ध रह गया।
यह था पूरा मामला —
14 जून 2014 को राजधानी के रामबाजार से एक व्यापारी विनोद कुमार गुप्ता का 4 साल का युग लापता हो गया था। पुलिस ने काफी जांच की, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो यह मामला सीआईडी के पास गया।
20 अगस्त 2016 को 4 साल के बच्चे युग का शव लांगवुड के समीप स्थित कैल्सटन में एक बावड़ी से बरामद हुआ है। सीआईडी ने युग अपहरण मामले में दो आरोपी चंद्र और तेजेन्द्र को गिरफ्तार किया हुआ था। सीआईडी ने जब इन दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने मुख्य आरोपी विक्रांत बक्शी का नाम लिया।
पूछताछ के दौरान विक्रांत ने कबूल किया की युग की हत्या करके उसका शव कैल्सटन में एक बावड़ी में फेंक दिया था। सीआईडी पुलिस विक्रांत के कहे अनुसार कैल्सटन में उक्त स्थान पर गयी और वहां स्थित बावड़ी के टैंक से युग का कंकाल बरामद किया।