जोगिंद्रनगर (एमबीएम न्यूज): आज उस समय एक बार फिर सनसनी फैल गई, जब बाबा बालकरूपी मंदिर में स्थापित नंदीगण की अष्टधातु की मूर्ति की पूंछ गायब पाई गई। यह नजारा देख श्रद्धालुओं के पांव तले से जमीन खिसक गई।
बाबा बालकरूपी मंदिर में बिना पूंछ के नंदीगण।करीब एक सप्ताह पहले ही नंदीगण की मूर्ति का सिर धड़ से अलग पाया गया था। उस समय भी श्रद्धालुओं में भारी रोष पाया गया और विश्व हिंदू परिषद की ओर से स्वामी गोविंद दास वैष्णव ने भी इसे गंभीरता से लिया था। जबकि विधायक गुलाब सिंह ठाकुर ने भी मंदिर में जाकर इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसकी छानबीन करने की मांग की थी। अभी एक ही सप्ताह हुआ ही था कि अब मूर्ति की पूंछ गायब हो गई है। इसे हर व्यक्ति अपनी-अपनी तरह से ले रहा है।
जबकि उपमंडल अधिकारी नागरिक राहुल चौहान ने कहा कि शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को लोगों की धार्मिक भावनाओं से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नंदीगण का सिर अपने स्थान पर लगाए जाने के लिए भी कुल्लू के कारीगरों से बातचीत की जा रही है।
गौर हो, फिलहाल नंदीगण की मूर्ति का सिर अस्थायी तौर पर ऐसे ही फंसाया गया है और लोग खंडित मूर्ति की ही पूजा कर रहे हैं जिसे हिंदू धर्म के बिल्कुल विपरीत माना जाता है। खंडित मूर्ति को अपूज्यनीय करार दिया जाता है। स्वामी गोविंद दास वैष्णव ने भी इसे गंभीरता से लिया है। मूर्ति की तोडफ़ोड़ में किसका हाथ है, इस बाबत भी लोग जानना चाहते हैं।