एमबीएम न्यूज़/ परवाणु
औद्योगिक शहर परवाणु में दिनोंदिन डेंगू का आकंड़ा बढ़ता जा रहा है। परवाणु में स्थित ई.एस.आई.अस्पताल में शुक्रवार को डेंगू के करीब 8 मामले सामने आए है, जिसके बाद शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ कर 35 हो गया है। हालांकि अस्पताल में आए 8 पाजिटिव मामलों में से 4 मामला परवाणु के साथ लगते कालका शहर का है, लेकिन अस्पताल में रोजना आ रहें डेंगू के मामलों ने परवाणु प्रशासन के माथे में चिंता की लकीरे खिंच दी है।
गौर हो कि परवाणु शहर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी डेंगू ने अपना डंक शुरु कर दिया है। यहां पर रोजना कई मरीज डेंगू का टैस्ट करवाने के लिए पंहुच रहें। बता दे कि परवाणु ई.एस.आई. अस्पताल मेंं अभी तक आए 35 मरीजों में से 14 कालका, 10 परवाणु के सेक्टर तीन से, 2 परवाणु के साथ लगते ग्रामीण क्षेत्र टकसाल से व अन्य परवाणु के स्लम एरिया से सामने आए है।
शुक्रवार को सामने आए 8 डेंगू के मरीजों में 4 मामले कालका, 2 टकसाल, 1 ऊच्चा परवाणु व 1 ऊच्चा परवाणु के साथ लगते सलम एरिया से सामने आए है। परवाणु शहर में करीब पिछले तीन वषों से सैंकड़ों लोग डेंगू का शिकार हो रहें है। यहां पर सवाल यह खड़ें हो रहें है कि परवाणु शहर में हर वर्ष डेंगू का डंक पूरे जिला भर में सबसे अधिक क्यों हो रहा है। क्या यहां पर सफाई व्यवस्था या फिर लोग डेंगू के प्रति जागरूक नहीं है।
हर वीरवार को होगा ड्राई-डे :
परवाणु शहर में सामने आ रहें डेंगू के मामले के बाद प्रदेश सरकार ने हर वीरवार को शहर के सभी सरकारी विभाग, सभी संस्थाओं, घरों, दुकानों व अन्य जगहों पर ड्राई डे मनाने की अधिसूचाना जारी किया है। इस ड्राई-डे के तहत सभी को अपने अपने जगह पर पानी के सभी बर्तनों को खाली करना होगा और अपने आसपसास सफाई व्यवस्था को सुधारनी होगी ताकि डेंगू के फैलने की संभावना को रोका जा सकें।
क्या डेंगू के लक्षण :
– तेज सिर दर्द व बुखार का होना ।
– मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द।
– आंखों के पीछे दर्द।
– आम दवा से बुखार का न उतरना।
– गंभीर मामलों में नाक, मुंह, मसूड़ों से खून आना।
– चमड़ी में ला दाग का पडऩा।
सावधानियां व बचाव के तरीके :
डेंगू से बचने के लिए लोगों को शरीर की सफाई का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती और साथ ही बुखार होने पर रक्त जांच से पहले कोई भी दवाई न ले। डेंगू फैलाने वाले मच्छर रूके हुए साफ पानी में पनपते है इसलिए लोगों को चाहिए की अपने आसपास पानी को रूकने न दे और साफाई व्यवस्था की ओर विशेष ध्यान दे। इसके साथ ही डेंगू मच्छर दिन के समय में लोगों को अपना शिकार बनाता है ऐसे में लोगों को चाहिए की दिन को शरीर को ढकने के लिए पूरे वस्त्र पहने जाएग। बता दे कि डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैकसीन नहीं है और मरीज को बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल की गोलियां ले और इसके बावजूद भी बुखर न उतरे तो चिकित्सक की सलाह ले।
एक सप्ताह बाद दोबारा होगी फौगिंग :
परवाणु शहर में लगातार बढ़ रहें डेंगू के मामले के बीच प्रशासन भी सतर्क हो गया है। यहां पर शहर में ननगर परिषद द्वारा फौगिंग कर मच्छरों को मारने का काम शुरु किया गया है। इसके लिए सोलन से फौगिंग मशीन भी मंगाई है। इसके साथ ही जहां पर एक बार फौगिंग की जा रही है वहां पर दोबारा एक सप्ताह बाद भी फौगिंग करने का निर्णय लिया है।
डोर टू डोर लोगों को करेंगे जागरुक : जसवाल
परवाणु शहर में डेंगू से निपटने के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है, जो रोजना अपनी रिपोर्ट बना रहें है। इसके अलावा लोगों को भी जागरुक किया जा रहा है और साथ ही एक दो दिनों में डोर टू डोर लोगों को जागरुक करने का काम भी शुरु किया जाऐगा।
– एस.पी. जसवाल, सहायक आयुक्त परवाणु।
अस्पताल में लगाए गए डेंगू के 43 टैस्ट में से 8 मामले पाजिटिव आए है, जिसमें से 4 कालका व 4 परवाणु के है।
– डा. विनोद कपिल, चिकित्सा अधीक्षक, ई.एस.आई. अस्पताल परवाणु।