वी कुमार / मंडी
शानन प्रोजेक्ट के इंजीनियर मनोज की मौत मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से इस संदर्भ में जांच की मांग उठाई है। मनोज मूलतः ऊना जिला के मजारा गांव का रहने वाला था और बीते करीब चार वर्षों से शानन प्रोजेक्ट में बतौर शिफ्ट इंजीनियर अपनी सेवाएं दे रहा था।
मनोज का तबादला भी यहां से हो गया था और वो यहां से जाकर तलवाड़ा में अपनी सेवाएं देने जाने ही वाला था। 1 जुलाई को रात करीब 8 बजकर 26 मिनट पर मनोज ने अपने पारिवारिक व्हाट्सएप्प ग्रुप में एक मैसेज डाला। इस मैसेज में मनोज ने लिखा- ” शिफ्ट इंजीनियर मनीष ने मुझे चाकू से मारने की धमकी दी। किसी ने मनीष को बताया है कि मेरे पास उसका और इंजीनियर रोहित का गे सेक्स वाला एमएमएस है।
यदि मुझे कुछ हो जाता है तो इसके लिए इंजीनियर मनीष और रोहित जिम्मेवार होंगे।’’ एक मिनट बादयानी 8 बजकर 27 मिनट पर मनोज ने इसी ग्रुप में दूसरा मैसेज डाला और लिखा- ” मैं शिफ्ट डयूटी के बाद पुलिस स्टेशन जा रहा हूं। मैंने इनके गांवों और एनजीओ को पत्र भेज दिया है इंजीनियर मनीष और रोहित आपस में गे सैक्स करते हैं। लेकिन मेरे पास कोई एसएमएस नहीं है।” पारिवारिक ग्रुप में डाले गए इस मैसेज को रात 9 बजे देखा गया। देखते ही परिवार के सदस्यों ने तुरंत मनोज को फोन किया, लेकिन उसका फोन बंद हो चुका था।
मनोज के कुछ रिश्तेदार उस वक्त शानन प्रोजेक्ट के पास ही मौजूद थे। परिवार के सदस्यों ने उन्हें फोन किया और मनोज को तलाशने का काम शुरू हुआ। देर रात तक जब मनोज का कहीं कोई पता नहीं चला तो फिर रात करीब 11 बजे पुलिस थाना जोगिंद्रनगर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। अगले दिन मनोज की लाश शानन प्रोजेक्ट से दो किलोमीटर दूर जलाशय में तैरती हुई मिली।
मनोज के बड़े भाई कपिल देव शर्मा का कहना है कि उसके भाई की हत्या की गई है और इसके पीछे की वजह भी मनोज ने व्हाट्सएप्प मैसेज करके बताई है। इन्होंने पुलिस से हत्या का मामला दर्ज करके कार्रवाई की मांग उठाई है।
वहीं पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है, लेकिन व्हाट्सएप्प मैसेज के आधार पर पुलिस ने धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसमें इंजीनियर मनीष और रोहित को आत्महत्या के लिए उकसाने के जुर्म में गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टर ने मौत के सही कारणों पर जानकारी नहीं दी है और इसके लिए एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस को कोई भी एमएमएस नहीं मिला हैऔर मामले की जांच जारी है।
बहरहाल यह आत्महत्या है या फिर हत्या इसका खुलासा एफएसएल रिपोर्ट से ही होगा। लेकिन मनोज ने जानेसे पहले कई ऐसे अनसुलझे सवाल छोड़ दिए, जिनके जबाव तलाशना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। परिवार यह मामने को तैयार नहीं कि मनोज आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है, जबकि पुलिस की प्रारंभिक जांच इसी ओर घूम रही है। अब रिपोर्ट ही तय करेगी कि और जांच से ही यह तय होगा कि सच क्या है।