एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल कांग्रेस की नवनियुक्त प्रभारी रजनी पाटिल रविवार को राजधानी शिमला पहुंची। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू समेत प्रदेश कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं ने उनका यहां पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। प्रभारी बनने के बाद रजनी पाटिल पहली बार हिमाचल में आई हैं और उनके दौरे को लेकर पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में सरगर्मियां बढ़ गई हैं।
अगले दो दिन रजनी पाटिल शिमला में पार्टी की विभिन्न बैठकें लेंगीं। ये बैठकें कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन और राज्यतिथि गृह पीटरहॉफ में होगी। प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर के नेताओं से वह अलग-अलग बैठक करेंगी। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्षों और पूर्व विधायकों से भी वह अलग-अलग बैठक कर फीडबैक लेंगी।
तय शेडयूल के अनुसार 11 जून को सुबह 11 बजे वह पार्टी कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की आम सभा को संबोधित करेंगी जिसमें प्रदेश कार्यकारिणी, जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, अग्रणी संगठनों व विभागों के प्रमुख,सचिव, ब्लॉक आब्जर्वर मौजूद रहेंगे।
रजनी पाटिल अगले दिन 12 जून को सुबह 11 बजे कांग्रेस के वर्तमान विधायकों व विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों की बैठक को पार्टी कार्यालय में ही संबोधित करेंगी तथा दोपहर बाद पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक सांय 3 बजे पीटरहॉफ शिमला में होगी। इसके बाद सांय चार बजे पीटरहॉफ में ही कांग्रेस के पूर्व विधायकों के साथ उनकी बैठक होगी।
समझा जाता है कि अपने पहले प्रवास के दौरान रजनी पाटिल कांग्रेस नेताओं को जहां एकजुटता का पाठ पढ़ाएंगी, वहीं धड़ों में बंटी प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी से निपटना उनके लिए चुनौती से कम नहीं होगा। हिमाचल कांग्रेस ने धड़ेबाजी किसी से छिपे नहीं है। यहां पार्टी कई धड़ों में बंटी है। एक धड़ा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का है, वहीं दूसरे धड़े में उनके घुर विरोधी पूर्व मंत्री जीएस बाली, कौल सिंह सरीखे नेता हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविद्र सिंह सुक्खू के साथ भी वीरभद्र सिंह का छतीस का आंकड़ा है।
वीरभद्र सिंह बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू की कार्यप्रणाली पर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं। सुक्खू भी वीरभद्र विरोधी नेताओं को लामबंद कर वीरभद्र सिंह पर सार्वजनिक तौर पर निशाना साधते रहे हैं।