लीलाधर चौहान / थुनाग
सिराज विधानसभा क्षेत्र की ग्रांम पंचायत कल्हणी में नारायण सिंह और जीवानन्द का 6 कमरों वाला मकान रविवार रात साढे दस बजे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। पीडित जीवानन्द से मिली जानकारी के अनुसार कि रविवार रात भयंकर तूफान के चलते वे जब वे खाना खाने के बाद सोने की तैयारी में थे तो अचानक उन्हें घर टूटने की आवाजें सुनाई दी। उन्होने अपने भाई नारायण सिंह सहित पूरे परिवार को घर से बाहर निकलने को कहा और छोटे-छोटे अपने तथा भाई के बच्चों को भी जल्दी से निकाल दिया।
दो परिवारों के 9 सदस्यों की जान बचाने में कामयाब हुए कि आखिर 10 सैकेंड बाद उनका मकान मिटटी में मिल गया। जैसे ही उनका मकान गिरने की आवाजें गांव के लोगों को सुनाई दी तो पूरा गांव उनके घर पहुंच गया मगर कोई भी वस्तु बचाने में सफल नहीं हुए। आपको बता दे कि नारायण के बेटा (10) ,बेटी (4) और जीबानन्द का बेटा ( 4 ) और दो बेटियां जो 8 व 10 बर्ष की है और बहुत ही गरीब परिवार व दलित परिवार से सम्बधित है।
छोटी सी चूक बन सकती थी 9 सदस्यों का काल
पीडित जीबानन्द से मिली जानकारी के अनुसार कि अगर उन्होंने घर टूटने से पहले अगर अपने घर के सदस्यों को इस घटना की सूचना नहीं दी होती तो वह छोटी सी चूक आज उनके दोनों परिवारों के 9 सदस्यों का काल बन कर रह जाती। उन्होने बताया कि उनका मकान दो मंजिला था जहां पशु भी रखे होते थे जिन्हे उसी दिन गांव के एक व्यक्ति के घर सुरक्षित निकाल दिया था।
क्या कहते है उपमंडलाधिकारी थुनाग –
इस घटना से सम्बधित जानकारी देते हुए उपमंडलाधिकारी थुनाग सुरेन्द्र मोहन ने बताया कि उनके विभाग के पटवारी द्वारा घटनास्थल का दौरा किया गया है। उन्होंने बताया कि पीडित दो परिवारों को पांच हजार की राशि सहित दो तरपाल भी दिए गए है।
क्या कहते है प्रधान कल्हणी-
इस घटना की जानकारी देते हुए प्रधान पंचायत कल्हणी खूब राम ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल पर जाकर पीडित व गरीब परिवारों का दुख बांटा। उन्होने बताया कि दोनो पीडितों का लगभग 10 लाख का नुक्सान हुआ है जो दलित परिवार से सम्बधित है मगर बीपीएल परिवार में अभी तक नहीं है।