एमबीएम न्यूज़ / पावंटा साहिब
भारत में निर्वासित तिब्बती समुदाय के निवास के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पांवटा साहिब में थैंक्यू इंडिया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में निर्वासित तिब्बती सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने चीन पर हमला बोला। उन्होंने चीन के अत्याचारों से त्रस्त तिब्बती समुदाय को भारत में 60 वर्षों तक शरण एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारत हम भारतीयों का धन्यवाद किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समूचा तिब्बती समुदाय निर्वासित तिब्बतियों को शरण देने के लिए सदैव भारतवर्ष का ऋणी रहेगा। उन्होंने भारत सरकार सहित विश्व के सभी देशों से आग्रह किया कि तिब्बत के अधिकारों की लड़ाई को विश्व स्तर पर ले जाने में परम पावन दलाई लामा और तिब्बतियों की मदद करें। उत्तर में भारत के पड़ोसी तिब्बतियों को अपना देश छोड़े और भारत में शरण लिए 60 वर्ष हो चुके हैं। इन 60 वर्षों में भारत में तिब्बतियों को जिस प्रकार से सुरक्षा एवं प्रेम प्रदान किया गया है वह विश्व भर में शरणार्थियों के प्रति एक अनोखी मिसाल है।
“अतिथि देवो भव” की कहावत को चरितार्थ करते भारतीयों के इस व्यवहार के लिए तिब्बती समुदाय स्वयं को कृतार्थ एवं भारत के प्रति ऋणी महसूस करता है। तिब्बती समुदाय ने पांवटा साहिब में आयोजित थैंक्यू इंडिया कार्यक्रम में भारत को नमन किया और उन्हें शरण देने के लिए धन्यवाद किया। निर्वासित तिब्बती सरकार के स्वास्थ्य मंत्री चैकयौंग वैंग्चक कालोन ने कहा कि इन 60 वर्षों में भारत की जनता से उन्हें अपार स्नेह एवं सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि चीन से आजादी मिलने तक वह भारत के सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चीन की नीतियां भारत और तिब्बत की विरोधी है इसलिए उनसे निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चीन द्वारा तिब्बत पर अत्याचार करनाए परम पावन दलाईलामा पर रोक लगाना और भारत में घुसपैठ जैसी हरकतों के ईरादों को अब भारत सरकार तथा रक्षा विशेषज्ञों सहित पूरा विश्व पहचान चुका है। चीन की यह दोगली नीती जगज़ाहिर हो चुकी है, इसलिए तिब्बतियों की आज़ादी की जंग में उन्हें अब भारत सहित कई देशों का साथ मिल रहा है।
वही इस मौके पर मुख्यअतिथि के रूप में पहुंचे विधायक सुखराम चौधरी ने कार्यक्रम व धर्मशाला से आई दलाईलामा के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का रिबन काटकर शुभारम्भ किया। सुखराम चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि पिछले 60 वर्षों से तिब्बती समुदाय हम भारतीयों के बीच अपनों की तरह रह रहे हैं। भारत ने उस वक्त भी तिबत्तियों का पूर्ण साथ दिया था और आज भी केंद्र सरकार उनके साथ अपनों सा व्यवहार करती है। इतने वर्षों में तिब्बती लोग भारत का अभिन्न अंग बन चुके हैं।
इस अवसर पर इंडो-तिब्बतियन फ्रैंडशिप सोसायटी के सदस्य मदन खुरानाए गीता राम ठाकुरए प्रैस क्लब के अध्यक्ष आरण्पीण् तिवारीए एसडीएम पांवटाए अनिंदर सिंह नौटी, दिनेश गौतम, पांवटा सेटलमेंट आफिसर गेलेक जम्यैंग आदि सहित सैंकडों तिब्बती स्कूली बच्चे व तिब्बती लोग मौजूद रहे।