एमबीएम न्यूज / सोलन
सोचिए, उस वक्त हर कोई पुलिस कर्मी क्या करेगा, जब अपराधियों के हाथ में लोडिड पिस्टल हो। निश्चित तौर पर पकडऩे की बजाय पांव पीछे की तरफ खिसकेंगे। आप यह जानकर दंग हो जाएंगे, परवाणु के एडिशनल एसएचओ कुलदीप सिंह के पांव पीछे नहीं खिसके, बल्कि सिंघम स्टाइल में अपराधियों पर टूट पड़े। मामला, चंद दिनों पहले का है।
पंजाब के मोहाली के तीन युवकों ने मामूली कहासुनी पर एचआरटीसी चालक को धमकाने के लिए तीन राउंड फायरिंग कर दी। सब इंस्पेक्टर साहब गश्त पर थे। सूचना मिलते ही टीटीआर की तरफ भाग कर नाका लगा दिया। बेखौफ अपराधियों ने नाका भी तोड़ डाला। फिर क्या था, साहब ने गाड़ी में अपराधियों का पीछा करना शुरू कर दिया। परवाणु सब्जी मंडी के समीप अपराधियों की गाड़ी को ओवरटेक कर हाईवे पर अपनी गाड़ी बीचोंबीच लगा दी। अकेले ही अपराधियों की तरफ लपके।
इस बात का मामूली सा भी खौफ नहीं था कि अपराधियों के पास रिवॉल्वर है। आप यह भी जानकर हैरान होंगे कि रिवॉल्वर में दो जिंदा कारतूस थे, जबकि तीन चल चुके थे। साहब की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी। न केवल अपराधियों को दबोच लिया, बल्कि रिवॉल्वर को भी कब्जे में ले लिया। साथ ही अपराधियों के वाहन (पीबी65एआर-0406) को भी कब्जे में ले लिया। इस दबंगई में साहब के साथ चालक भाग सिंह व दो जवान रमाकांत व भूपेश भी थे।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में एसपी मोहित चावला ने अतिरिक्त थाना प्रभारी की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जल्द ही वो अपने स्तर पर सब इंस्पेक्टर को सम्मानित करेंगे। साथ ही पुलिस महानिदेशक को भी उचित ईनाम के लिए अनुमोदित करेंगे।
अहम बात..
अमूमन हर कोई अपनी प्रशंसा मीडिया में चाहता है। कमाल देखिए, सब इंस्पेक्टर को जब एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने किस्सा बयां करने को कहा तो उन्होंने अपनी डयूटी को पहली प्राथमिकता देते हुए कहा कि वह अभी इसी केस में व्यस्त हैं, लिहाजा अधिक बात नहीं कर सकते हैं। मतलब साफ है कि साहब को अपनी बहादुरी के किस्से की मीडिया में सुर्खियोंं की बजाय अपनी डयूटी पहले थी। कुल मिलाकर सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह के डयूटी के प्रति जज्बे को सलाम बनता है।