मंडी ( वी कुमार ): गरीबों के इलाज के लिए सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाएं 20 वर्षीय रेणुका को नया जीवन नहीं दे सकी। मंडी के धर्मपुर निवासी रेणुका ने बुधवार सुबह पीजीआई चंडीगढ़ में पैसों के अभाव में दम तोड़ दिया। रेणुका को पीलिया हो गया था और इस कारण उसके लीवर में इन्फैक्शन हो गया था। डाक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट करने को कहा था और इसपर 25 से 30 लाख रूपयों का खर्च होना था। परिजन बीते करीब एक सप्ताह से अपनी बेटी को नई जिंदगी देने के लिए पैसों का इंतजाम करने दर-दर की ठोकरें खा रहे थे।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क के माध्यम से भी मदद की गुहार लगाई गई लेकिन इससे भी बात नहीं बनी और समय पर उपचार नहीं हो सका। सरकार से भी मदद की गुहार लगाई गई थी लेकिन औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया जिससे पहले ही रेणुका ने दम तोड़ दिया। हालांकि अधिकतर दानी सज्जनों ने मदद के लिए हाथ आगे भी बढ़ाए थे लेकिन उपचार के लायक पैसों का प्रबंध नहीं हो सका और एक युवती जिंदगी की जंग हार गई। रेणुका की मौत ने व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। आखिर क्यों एक गरीब को समय पर उपचार के लिए आर्थिक मदद नहीं मिलती और उसे जिंदगी की जंग हारनी पड़ती है। दोपहर बाद रेणुका का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में कर दिया गया। सनद रहे कि रेणुका एक बीपीएल परिवार से ताल्लुक रखती थी, परिवार सब कुछ बेच देता तो भी इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नहीं कर सकता था।