ऊना (एमबीएम न्यूज़) : पेखूवेला में इंडियन ऑयल डिपो बनने से पहले ही विवादों में घिरता जा रहा है। अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को जनकौर के पंचायत प्रधान जगदेव जग्गा व झुड़ोवाल प्रधान सुमन की अध्यक्षता में चार गांव के ग्रामीण डिपो के बाहर एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन स्थानीय लोगों को अनदेखा कर बाहरी लोगों को तरजीह दे रहे हैं। जबकि कंपनी प्रबंधन ने निर्माण कार्य शुरू करने से पहले स्थानीय ग्रामीणों से वायदा किया था कि डिपो के निर्माण कार्य में स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार दिया जाएगा।
जनकौर प्रधान जगदेव जग्गा ने कहा कि पेखूवेला में आईओसीएल का इतना बड़ा प्रोजेक्ट लग रहा है, लेकिन कंपनी प्रबंधन साथ लगते सभी गांवों को पूरी तरह अनदेखा कर रही है। जब डिपो का प्रोजेक्ट पेखूवेला में आया था, तो हमारी बैठक भी हुई थी। बैठक में कहा गया था कि लेबर और माल की ढुलाई के लिए स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार दिया जाएगा, लेकिन कंपनी प्रबंधन स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर बाहरी क्षेत्रों के लोगों को तरजीह दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण आईओसीएल के विरोध में नहीं है, लेकिन हमे अपना हक मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हमारे ग्रामीणों की अनदेखी हुई तो इसे हम सहन नहीं करेंगे। पूर्व जिप अविनाश मैनन का कहना है कि डिपो के लिए हमारे गांव की जमीन ली गई है, लेकिन प्रबंधन बाहरी राज्यों के लोगों को रोजगार दे रहा है।
उन्होंने कहा कि डिपो निर्माण के बाद भी जो टैंकरों का काम चलना है, उसके लिए भी अभी तक कोई बैठक नहीं की गई। उन्होंने कहा कि माल ढुलाई के लिए भी लोकल युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने अगर हमारी मांग की अनदेखी की, तो प्रदर्शन को उग्र किया जाएगा।
इस अवसर पर योगराज, राहुल देव शर्मा, नवदीप ठाकुर, सतीश, कमला देवी, राजेश कुमार बिंदु, हरीश, अजू, वीरेशव लाल, रणजोत सिंह, सुरेंद्र पाल, अश्वनी, करनैल, संजीव, जसवीर, तिलक राज, अशोक कुमार व राजिंद्र सहित अन्य उपस्थित रहे।