धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़): समूचा देश शुक्रवार को होली के रंग में रंगा हुआ था, लेकिन हिमाचल के कांगड़ा में एक परिवार को सऊदी अरब से 44 वर्षीय बेटे ओंकार सिंह पुत्र पूरन चंद निवासी डिब्बर के शव का घर आने का इंतजार था। परिवार में ओंकार सिंह की 36 वर्षीय पत्नी रेणु व दो मासूम बेटियां सिया (11) व साइना (2) हैं।
बूढ़े माता-पिता की आंखें भी बेटे के शव लौटने का इंतजार कर रही हैं। बड़ा भाई शमशेर सिंह व छोटा फौजी भाई अनिल डेड बॉडी को भारत लाने के लिए दिन-रात भाग दौड़ कर रहे है। साफ़ है कि होली के रंगो से दूर दो मासूम बेटियां अगर पूरी बात समझ रही होंगी तो शायद पिता के शव के घर आने का ही इंतजार होगा।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से संपर्क साध कर परिवार ने पाठको से मदद की अपील की। 23 फरवरी को दिवंगत ओंकार सिंह का निधन सऊदी अरब में दिल का दौरा पड़ने से हो गया था। करीब एक सप्ताह से परिवार की आंखें शव के लौटने का इंतजार कर रही हैं। छोटे फौजी भाई अनिल की आंखें नम हैं, क्योंकि ऐसे मददगार की तलाश है, जो सात समंदर पार से भाई का शव वापस लाने में मददगार बने।
कांगड़ा के लपियाना के डिब्बर गांव के शोकाकुल परिवार ने मंत्री सरवीन चौधरी से गुहार लगाई थी। मंत्री ने परिवार को आश्वस्त किया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के माध्यम से मामले को उठाया गया है।
विडंबना देखिए, सऊदी अरब में जीएसटीसी कंपनी में मैकेनिक के पद पर तैनात ओंकार सिंह का 2 साल का वीजा पूरा हो रहा था, लिहाजा उसे मार्च महीने में घर लौटना था। लेकिन किसी को भी इस बात का मामूली सा भी इल्म नहीं था कि बेटा ओंकार सिंह नहीं लौटेगा, बल्कि उसका शव लाने के लिए भी परिवार को जद्दोजहद करनी पड़ेगी। परिवार को केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद की दरकार है। परिवार के मुताबिक दिवंगत ओंकार सिंह सऊदी अरब में जीएसटीसी कंपनी में तैनात था, लेकिन शव को भारत भेजने के लिए कोई मदद नहीं कर रही है।
बहरहाल परिवार ने नम आंखों से रियाद में भारतीय दूतावास के माध्यम से डेड बॉडी को भारत लाने की अपील की है। परिवार को इम्दाद के लिए मोबाइल नंबर :9149671768 व 90127-37217 पर सम्पर्क किया जा सकता है।