नाहन (एमबीएम न्यूज़ ): हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल ने आज यहां बताया कि सिरमौर जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा के सुरजकुण्ड की तर्ज पर नाहन अथवा इसके आस-पास शिल्प मेले के आयोजन की सम्भावनाओं का पता लगाया जाएगा। वह आज नई दिल्ली के समीप अन्तरराष्ट्रीय सुरजकुण्ड मेले में बतौर राज्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर डॉ. बिन्दल ने कहा कि उन्होंने सिरमौर के उपायुक्त तथा अन्य अधिकारियों को यथाशीघ्र मेले में जाकर इसके सभी पहलूओं पर अध्ययन करने के उपरांत सरकार को इस सम्बन्ध में प्रस्ताव सौंपने को कहा है। उन्होंने कहा कि सुरजकुण्ड मेला अन्तर्रराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेला है, जहां लाखों सैलानी आते हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिल्प मेले की स्थापना से जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय लोगों को रोज़गार के अवसर सृजित होंगे, बल्कि हमारे देश और राज्य की समृद्ध विरासत पारम्परिक कला शिल्प व लोक कला को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित होगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है और पांवटा सहिब के प्रसिद्ध गुरूद्वारे के अलावा सिरमौर जिला माता रेणुकाजी, माता बाला सुन्दरी, माता भंगयानी, चुड़ेश्वर महाराज जैसे प्रसिद्ध मन्दिरों के कारण धार्मिक पर्यटन को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि शिल्प मेले के आयोजन से पर्यटन विकास में एक नया अध्याय जुड़ेगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न स्टॉलों का दौरा किया और प्रदर्शित उत्पादों की सराहना की। उन्होंने चौपाल का भी दौरा किया, जहां हरियाणा सरकार के प्रबन्ध निदेशक पर्यटन एवं लोक सम्पर्क निदेशक समीरपाल ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।