नाहन (एमबीएम न्यूज): ऐसी कुदरत की मार किसी पर न पड़े, जैसी 27 साल की बर्मापापड़ी ग्राम पंचायत के गदपेला गांव की मीना देवी सहन कर रही है। दिल में छेद होने की वजह से वैवाहिक जीवन भी चंद सप्ताह ही चला। परिवार ने बहू से इस कारण किनारा कर लिया, क्योंकि गंभीर बीमारी के कारण इलाज करवाना संभव ही नहीं था।
चार बेटियों व एक बेटे के गरीब पिता इन्दर सिंह ने मायके लौटी बेटी के लालन-पोषण का बीड़ा तो उठा लिया, लेकिन गुरबत की जिंदगी जीने वाला परिवार बेटी के लिए लाखों रुपए कहां से लेकर आए। पिता के मुताबिक 2013 में बेटी के हाथ पीले कर दिए थे। लेकिन तलाक के बाद घर वापस आ गई। फिर पता चला कि दिल की बीमारी से ग्रस्त है। नाहन अस्पताल से पीजीआई रैफर किया गया था। 22 दिन पीजीआई में दाखिल रहने के बाद घर लौटी तो कोई भी आराम नहीं पड़ा।
पीजीआई से इलाज के लिए 3-4 लाख रुपए के खर्चे का अनुमान बताया गया। अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाली मीना देवी की विडंबना यह भी है कि उसे बीपीएल सूची में शामिल करने के लिए फाइल लंबित पड़ी हुई है।
गुरबत का सामना कर रहे पिता इन्दर सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल से भी मदद की गुहार लगाई है। डा. वाई एस परमार मेडिकल कॉलेज में दाखिल मीना देवी का गरीब पिता इन्दर सिंह बेटी के इलाज के लिए धन जुटाने को दर-ब-दर की ठोकरें खा रहा है। मददगार मोबाइल नंबर 94595-39857 व 98052-54375 पर संपर्क कर सकते हैं।
मीना देवी के बैंक खाते का ब्यौरा
27 वर्षीय मीना देवी का बैंक खाता हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा में है।
नाम : मीना देवी
बैंक खाता संख्या : 55910117142, IFSC कोड HPSC0000559