हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़ ): पंचायत स्तर पर गौ सदन बनाने को लेकर विभाग और प्रशासन में राजनीति हो रही है। यही कारण है कि जिला की 165 ग्राम पंचायतों में भूमि पंचायती राज विभाग के नाम ट्रांसफर होने के बावजूद यहां गौ सदनों का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। गाय आज भी सड़कों पर लावारिस घूम रही है। इससे सड़कों पर हादसों का अंदेशा बना हुआ है। वहीं रात के समय गाय किसानों की फसलों को भी तबाह कर रही हैं।
पंचायत स्तर पर गौ सदनों का निर्माण न होने के बाद अब पंचायती राज विभाग छह से सात पंचायतों में एक गौ सदन निर्माण करवाने का निर्णय ले रहा है।बकायदा पंचायती राज विभाग ने इसके लिए जिलास्तर के कार्यालयों को प्रपोजल भेज दिए है। इसके बाद विभाग अब पंचायत स्तर की अपेक्षा छह से सात पंचायतों में एक गौ सदन का निर्माण करेगी। पंचायती राज विभाग ने पहले पंचायत स्तर पर गौ सदन बनाने का निर्णय लिया था। बकायदा जिलास्तर पर विभागीय अधिकारियों ने पंचायतों को गौ सदन के लिए भूमि उपलब्ध करवाने को पत्र भी जारी किए थे।
इसके चलते कुछ पंचायतों में ही गौ सदन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध हो सकी। इतना ही नहीं जिन पंचायतों में गौ सदनों का निर्माण हुआ। उनमें गौ सदनों का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। इनमें पशुओं को चारा आदि की समस्या पेश आ रही थी। इसके चलते विभाग ने अब पंचायत स्तर की अपेक्षा छह से सात पंचायतों में एक गौ सदन बनाने का निर्णय लिया है। जिससे गौ सदनों का रख-रखाव और संचालन सही तरीके से हो सके।
229 ग्राम पंचायतों …
जिलाभर की 229 ग्राम पंचायतों में से गौ सदन निर्माण के लिए 165 पंचायतों में भूमि पंचायती राज विभाग के नाम ट्रांसफर हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद पंचायतों में गौ सदन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। 165 ग्राम पंचायतों में गौ सदन निर्माण शुरू न होने के बाद अब विभाग ने छह से सात पंचायतों में एक गौ सदन बनाने का निर्णय लिया है। जिससे गौ सदनों का संचालन और रख रखाव सही तरीके से किया जा सके।
क्या कहते हैं संबंधित अधिकारी
जिला पंचायत अधिकारी रमेश कपूर का कहना है कि गौ सदनों के उचित रख-रखाव और संचालन के लिए विभाग अब संयुक्त रूप से गौ सदन बनाने की योजना बना रहा है। इसके लिए एक प्रपोजल पंचायती राज विभाग को भेजी गई है। पंचायतों के एक समूह के लिए एक स्थान पर गौ सदन बनाया जाएगा। इन पंचायतों के समूह में छह से सात पंचायतें शामिल की जाएंगी।