घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम): शहर में भाजपा से जुड़े लोगों द्वारा चलाए जा रहे एक क्लीनिक में पुलिस की रेड पड़ने के बाद घुमारवीं ही नहीं, पूरा हिमाचल शर्मसार हुआ है। जिस क्लीनिक पर रेड हुई, उसका मालिक भाजपा में गहरी पैठ रखता है, तभी पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग इस बारे में खुलकर नहीं बोल रहा है और अपने आप को बचाता हुआ नजर आ रहा है।
एेसा लग रहा है मानो मजबूरी में यह काम किया जा रहा हो। हालांकि जब रेड पडी तो कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन कोई नहीं चाहता था कि मामले की भनक भी किसी को लगे। मामले को ठंडा करने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि इतना होने के बाद भी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व केंद्रीय मंत्री का इस बारे में कोई ब्यान नहीं आया है।
मामला सीधे सत्ता से जुडा हुआ है, अब लोग भी दबी जुबान में कहने लगे हैं कि ये धंधा कई सालों से चला हुआ है।
इतना ही नहींए ऐसे कई निजी क्लीनिक हैं जो भ्रूण की जांच ही नहीं करते बल्कि भ्रूण हत्या को अंजाम भी देते हैं। साथ ही कई बार पुलिस रेड का शिकार हुए हैं। भाजपा डॉक्टर के क्लीनिक से जुड़ा होने के कारण कांग्रेस भी पीछे नहीं है और इस समय का पूरा फायदा उठा रही है।
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मामला भाजपा के रसूखदार डॉक्टर नेता के क्लीनिक का है, तभी तो गिरफ्तार भी किया और छोड़ भी दिया। अगर कोई और होता तो बिना पूछे जेल भेजा जाता।
बड़ी बात यह भी है कि मामला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला का है और मंत्री से क्लीनिक मालिक के अच्छे सबंध होने के कारण जानबूझ कर टालमटोल कर दबाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस के लोगों का कहना है कि इस तरह के मामले में भाजपा के हाई प्रोफ़ाइल लोगों के तार जुड़े होने की संभावना है। तभी मामले पर से पर्दा नहीं उठाया जा रहा है, नहीं तो सबूत मिलने के बाद भी इस तरह धीमी गति से कार्रवाई नहीं होती। उक्त डॉक्टर भाजपा का जिला अध्यक्ष रह चुका है व प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य भी रह चुका है जिस कारण भाजपा के कई बड़े नेताओं का उसके घर आना जाना है।
देवभूमि में रसूखदार लोगों द्वारा राजनीति की आड़ मे इस तरह का जघन्य कानूनी अपराध बड़ी शर्म का विषय है।