मंडी ( वी कुमार ) : कोठी गैहरी गांव के चेतराम का शव शहर के साथ लगती सुकेती खड्ड में विश्वकर्मा मंदिर के पास से बरामद किया गया है। चेतराम बीती 5 फरवरी से लापता था और पिछले कल ही चेतराम के भाई ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद देर शाम को पुलिस को सुकेती खड्ड में किसी व्यक्ति के पड़े होने की सूचना मिली। पुलिस ने जांच करने के बाद पाया कि शव लापता चेतराम का ही है।
मिली जानकारी के अनुसार चेतराम बीते कई वर्षों से सौलीखड्ड में एक किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहता था। चेतराम की पत्नी दिव्यांग है और एक स्कूल में जलवाहक के तौर पर कार्य करती है। वहीं चेतराम शादियों और अन्य कार्यक्रमों में काम करता था। बीती 4 फरवरी को भी चेतराम एक शादी समारोह में काम करने गया हुआ था लेकिन जब 5 फरवरी तक वह घर नहीं लौटा तो पत्नी ने परिजनों के साथ मिलकर उसकी तलाश शुरू कर दी। पुलिस में भी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। चेतराम के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं जिसके चलते परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
बुधवार को कोठीगैहरी से पंचायत प्रधान के साथ आए परिजनों ने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात करके न्याय की गुहार लगाई। एएसपी मंडी भुपेंद्र कवंर ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर पुलिस मामले की जांच कर रही है। चेतराम कहां गया था और कब शादी से आया, इस बारे में भी जांच पड़ताल हो रही है। पुलिस को कुछ बातें पता चली हैं, उनकी पड़ताल की जा रही है। एक टीम को इस सिलसिले में हमीरपुर भी भेजा गया है। कुछ लोगों से भी पुलिस पूछताछ करने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि चेतराम की हत्या हुई या कैसे उसकी मौत हुई है, यह पूरी जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। वहीं चेतराम के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है। चेतराम की मौत के बाद उसकी पत्नी धर्मी देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शारीरिक रूप से दिव्यांग धर्मी देवी पर अब अपने दस वर्षीय बेटे की परवरिश का जिम्मा भी आ गया है। कोठीगैहरी पंचायत के प्रधान ने प्रशासन से धर्मी देवी को आर्थिक सहायता देने की गुहार लगाई है।