संगड़ाह(एमबीएम न्यूज़): उपमंडल मे करीब 600 बीघा भूमि पर अवैध रूप से चल रही चार चूना खदानों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के लिए क्षेत्र की एक स्वंयसेवी संस्था ने उपायुक्त ललित जैन को लिखित शिकायत भेजी। साथ ही निजी तौर पर मौके का निरीक्षण करने की गुहार भी लगाई है।
संस्था ने मंडोली, घाटों, बड़ग व भूतमढ़ी में चल रही अवैध चुना खदानों पर तत्काल कार्रवाई करने तथा यहां खनन कार्य रोकने के लिए अवैध सड़कें बंद करने जैसे ठोस उपाय करने की मांग की। गत 20 जनवरी को घाटों माइन पर काम करने वाले नेपाली मजदूर मगनी राम के ट्रक के नीचे कुचले जाने व घटना स्थल को स्थानीय विधायक के गांव माइना के पास बताए जाने के मामले में भी संस्था ने यहां जारी बयान में मेजिस्ट्रेट जांच की मांग की। इससे पूर्व 7, नवम्बर 2015 को भड़वाना अवैध माइन में दबकर मरे एक स्थानीय मजदूर की मौत का जिम्मेदार भी संस्था ने अवैध व अवैज्ञानिक खनन को ठहराया।
उपमंडल मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर दूर मंडोली नामक स्थान पर लगभग 70 बीघा जमीन पर चल रही एक अवैध चूना खदान को बंद करने के लिए गत 15 दिसंबर को वन विभाग विभाग द्वारा की गई तारबाड़ को उखाड़े जाने को भी संस्था ने खनन माफिया की दादागिरी करार दिया, हालांकि वन विभाग के डिप्टी रेंजर संगड़ाह व जिला खनन अधिकारी के अनुसार उक्त स्थान पर दोबारा फैंसिंग की जा चुकी है।
शनिवार को डाक व ईमेल से भेजे गए पत्र में संस्था ने क्षेत्र में अवैध खनन रोकने के लिए संगड़ाह मे कम से कम एक माइनिंग गार्ड अथवा निरीक्षक की नियुक्ति करने, धर्म-कांटा लगाने तथा दो-तीन जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की। सारा संस्था द्वारा इस मुद्दे को लेकर गत माह प्रदेश के राज्यपाल व अन्य संबंधित अधिकारियों को भी शिकायत पत्र भेजे गए थे।
संस्था के मुख्य सचिव बीएम शर्मा व अन्य पदाधिकारियों ने यहां जारी बयान मे कहा कि संगड़ाह मे 517 बीघा जमीन पर वैध रूप से चल रही तीन खदानों के अलावा करीब 600 बीघा भूमि पर चार अवैध लाइम स्टोन माइन्स चल रही है। करीब 70 बीघा मे मौजूद मंडोली माइन के रोड पर की गई फैंसिंग को उखाड़े जाने के मामले मे एफआईआर दर्ज न होने को सारा संगठन ने संबंधित अधिकारियों की अवैध खनन के प्रति दरियादिली व खान माफिया की दहशत करार दिया।
संस्था ने संगड़ाह मे माइनिंग इंस्पेक्टर की नियुक्ति व धर्म-कांटा तथा सीसीटीवी कैमरे न लगने तक क्षेत्र की सभी चुना खदानों को बंद किए जाने की भी अपील की। गौरतलब है कि मंडोली माइन से चूना पत्थर के ट्रक बस अड्डा संगड़ाह से होकर पुलिस, प्रशासन व सैंकड़ों लोगों के सामने से निकलते है। वन परिक्षेत्र अधिकारी व थाना प्रभारी संगड़ाह तथा जिला खनन अधिकारी आदि संबंधित अधिकारियों के अनुसार समय-समय पर चूना खदानों की जांच की जाती है तथा अवैध खनन पर कार्रवाई की जाती है।