नाहन (मोक्ष शर्मा): सिरमौर के रिमोट क्षेत्र नौहराधार की फागनी पंचायत के मीन सिंह ने 1938 में ब्रिटिश हुकूमत के वक्त ही यह समझ लिया था कि धरती का श्रृंगार की क्या कीमत है। यकीन मानिए, आजाद भारत को 90 वर्षीय मीन सिंह की सोच को समझने में 71 साल लग गए।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि युवा उपायुक्त ललित जैन को भी इस बात का श्रेय दिया जाना चाहिए कि 90 साल के मीन सिंह को आज जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस पर पहली बार पहचान मिली। दरअसल युवा डीसी ललित जैन ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क की उस खबर का फौरन ही संज्ञान ले लिया था, जिसमें खुलासा किया गया था कि 80 साल से मीन सिंह पौधारोपण कर धरती का श्रृंगार कर रहे हैं। आज उनके लगाए पौधे जंगल बन चुके हैं।
प्रशासन ने सम्मानित करने के फैसले से पूर्व विभागीय स्तर पर भी मीन सिंह की उपलब्धियों को परखा। यह तय हुआ कि 26 से 30 हजार पौधों को लगा चुके हैं। यही पौधे अब जंगल का रूप अख्तियार कर चुके हैं। अब उम्मीद यह भी है कि प्रशासन मीन सिंह की उपलब्धियों को लेकर केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्रालय को भी अवगत करवाएगा।
रिमोट इलाके से आज जब मीन सिंह नाहन पहुंचे तो उनके चेहरे पर चमक थी, लेकिन चलने में असमर्थ थे। सम्मानित करने के दौरान मंत्री वीरेंद्र कंवर बात करना चाहते थे, लेकिन सुन पाने में भी असमर्थ दिखे। मगर इशारों में अपनी बात को बखूबी समझाने का प्रयास कर रहे थे।