शिमला (एमबीएम न्यूज़) : दो जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोन लेकर बैंक को 10 लाख रुपये की चपत लगा दी। लोन की किश्त मिलना बंद होने के बाद जांच हुई तो पूरा मामला सामने आया। इस मामले में बैंक के मैनेजर ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
मामला राजधानी के न्यू शिमला का है। चक्कर निवासी बृजेश ने वर्ष 2017 मार्च माह मे न्यू शिमला स्थित केनरा बैंक से 10 लाख का लोन लिया। लेकिन लोन मिलने के बाद उसने किश्तें देना बंद कर दिया। बैंक ने अपने स्तर पर मामले की जांच बिठाई और बृजेश तथा लोन के गारंटर विकास चौहान की उसके बताए गए ठिकाने पर तलाश की, लेकिन दोनों के पत्ते गलत पाए गए। इसके बाद जब बैंक ने बृजेश के दस्तावेज खंगाले और सत्यापित किए तो वे फर्जी निकले। इस पर बैंक मैनेजर मोहित शर्मा ने जालसाजों के खिलाफ थाना न्यू शिमला में मामला दर्ज कराया। जांच अधिकारी ने बताया कि शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धाराओं 420, 465, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।