मंडी(वी कुमार): देश को स्कीइंग में अंतर्राष्ट्रीय पदक दिलाने वाली मनाली की आंचल ठाकुर के भाई हिमांशु ठाकुर को ईरान का वीजा मिल गया है। रविवार रात करीब 2 बजे इस बात की पुष्टि हुई कि विदेश मंत्रालय ने हिमांशु ठाकुर को ईरान का वीजा मिल जाने के बारे में सूचित किया। बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर, सांसद अनुराग ठाकुर व सांसद रामस्वरूप शर्मा की और से यह मामला रविवार को पीएमओ में उठाया गया और वहां से विदेश मंत्रालय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए ईरानी दूतावास में संपर्क कर जर्मनी में फंसे आंचल ठाकुर के सगे भाई हिमांशु ठाकुर को वीजा दिलाने की दिशा में कार्रवाई की।
बता दें कि साहसिक खेल स्कीईंग के जुनून में शनिवार को सात समुंद्र पार जर्मनी में देश के लिए हिमाचली खिलाड़ी हिमांशु ठाकुर उस समय बड़ी दुविधा में फंस गया था जब जर्मनी से ईरान को उड़ान भरने से पहले उसे ईरान को वीजा नहीं दिया गया।
इधर सोमवार को आंचल ठाकुर के भाई हिमांशु ठाकुर को ईरान पहुंचना था जहां उनकी विंटर ओलंपिक के लिए क्वालीफाईंग आखिरी रेस है लेकिन ईरान ने मौके पर हिमांशु को वीजा देने से इंकार कर दिया, जिससे वह जर्मनी से ईरान को अपनी उड़ान नहीं भर पा रहा था। शनिवार रात को स्कीअर आंचल ठाकुर के भाई हिमांशु ठाकुर ने अपने ट्वीटर अकांऊट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज और खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर से मामले में हस्ताक्षेप की गुहार लगाई लेकिन रविवार को अवकाश के चलते उनके ट्वीट पर कोई प्रतिक्रिया न आने पर यह मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष उठाया गया तो वहां से ईरानी दूतावास में यह मामला उठाया गया।
रविवार देर शाम तक कोई जबाव न आने से सांसद अनुराग ठाकुर व रामस्वरूप शर्मा ने भी ईरानी दूतावास सहित विदेश मंत्रालय में इस मामले को उठाया लेकिन देरराज 11 बजे तक हिमांशु को वीजा नहीं मिल पाया था। इसके बाद रात दो बजे इस बात की पुष्टि हुई कि हिमांशु को वीजा दे दिया गया है। बता दें कि दो दिन से जर्मनी में देश के लिए स्कीइंग में अंतर्राष्ट्रीय पदक दिलाने वाली मनाली की आंचल ठाकुर के सगे भाई हिमांशु ठाकुर ईरान जाने के लिए वीजा के इंतजार में बैठे थे लेकिन कोई उसकी सुनवाई नहीं कर रहा था।
हिमांशु ठाकुर और उसकी बहन आंचल ठाकुर ने सोशल मीडिया के माध्यम से भारत सरकार के ध्यान में यह बात लाई जिससे तत्काल इसका हल निकल पाया। बता दें कि देश को विंटर ओलंपिक्स में मैडल दिलाने की हरसत लिए हिमांशु इन दिनों जर्मनी और ईरान दौरे पर है क्योंकि 16 जनवरी को उनकी आखिरी क्वालीफाईंग रेस ईरान में है जिसके बाद वे विंटर ओलंपिक्स में भाग ले सकते हैं। बता दें कि हिमांशु ठाकुर आर्थिकी तंगी के बावजूद देश के लिए स्की जैसे साहसिक खेल में अपनी प्रतिभा के बूते विदेशों में जाकर विंटर ओलंपिक्स की तैयारी कर रहा है।