नाहन (एमबीएम न्यूज़) : प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल श्रीरेणुकाजी स्थित वन्य प्राणी विभाग का मिनी जू आकर्षण खोता जा रहा है। पर्यटकों को लुभाने वाले इस मिनी जू में रहने वाले वन्य प्राणियों की एक के बाद एक मौत से यह विरान होता जा रहा है। बुधवार को इस मिनी जू में एक भालू की मौत हो गई। यह भालू काफी दिन से बीमार था। इस भालू की उम्र लगभग 30 वर्ष थी।
जानकारी के मुताबिक भालू का शिमला से आए चिकित्सक ने पोस्टमार्टम किया। टीम के सामने वन्य प्राणी परिसर में ही उसे जला दिया गया। बताना जरूरी है कि कभी वन्य प्राणी विभाग की यह मिनी जू पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होता था। यहां पर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी पर्यटक भारी मात्रा में इन वन्य प्राणियों को निहारने पहुंचते थे।
मगर बीते कुछ वर्षों से इस मिनी जू में लगातार कम होती जा रही वन्य प्राणियों की संख्या यहां आने वाले पर्यटकों के लिए मायूसी का कारण बनती जा रही है। ऐसा नहीं है कि वन्य प्राणी विभाग इनके संवर्धन के लिए प्रयासरत नहीं है। बावजूद इसके इस मिनी जू में इन वन्य प्राणियों की संख्या लगातार घटती जा रही है। जानकारी के मुताबिक बीते वर्ष इस मिनी जू में एक शेर व शेरनी ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद मिनी जू में लखनऊ से लाए गए हिरन की मृत्यु हो चुकी है।
वन्य प्राणी विभाग यहां पर टाईगर का जोड़ा लगाने के लिए प्रयासरत हैं। विभाग इसके लिए औपचारिकताएं पूरी करने में लगा है। टाइगर का जोड़ा कब आएगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है। फिलवक्त मिनी जू में बचे वन्य प्राणियों के संवर्धन की जरूरत है। वन्य प्राणी विभाग के शिमला स्थित डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि बुधवार को मिनी जू श्रीरेणुकाजी में एक भालू की मौत हो गई है। इस भालू की उम्र लगभग 30 वर्ष थी। उन्होंने बताया कि भालू बीमार था। भालू का पोस्टमार्टम करवाकर उसे जलाया गया है।