रिकांगपिओ (जीता सिंंह नेगी) : प्रदेश वित्त विभाग की ओर से जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, लाहौल-स्पीति व पांगी भरमौर में तैनात कर्मचरियों को एडवांस में मिलने वाला सैलरी फोरमंथ बंद करने से किन्नौर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने कडी एतराज जताया है। प्रेस को जारी ब्यान मे अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष ओमप्रकाश नेगी ने कहा कि वित्त विभाग की ओर से दिया गया तर्क कि जनजातीय क्षेत्रो में ट्रेजरी की ऑनलाईन सुविधा व ऑनलाईन बैंकिग सुविधा से एडवांस मे मिलने वाला फोरमंथ वेतन बंद कर दिया है जब कि आज भी जिला किन्नौर के कई क्षेत्रों में ट्रेजरी व बैंकिंग ऑनलाईन सुविधा से नही जुड पाया है।
नेगी ने कहा कि वित्त विभाग की ओर से जारी घोषणा जनजातीय क्षेत्र के कर्मचारियों के विपरीत है। इस से कर्मचारियों में भारी रोष है। जनजातीय क्षेत्रों को प्रदेश के अन्य जिलों के समकक्ष लेना न्याय सगंत नही है। उन्होने कहा कि जिला के पुह व कल्पा ब्लॉक के कई क्षेत्रो मे नेट सुविधा नही है ना ही संचार व्यस्थता से जुडी है।
जिस से इन क्षेत्रो का ट्रेजरी ऑनलाइन ही नही है। उन्होने कहा कि जनजातीय क्षेत्रो में सर्दी मे अत्याधिक बर्फबारी होती है। जिस कारण कर्मचारियों को राशन व अन्य जरूरी सामान चार से छ: माह तक के लिए इकटठा खरीदना पडता है। लेकिन एडवांस सैलरी के बंद करने से कर्मचारियों को वित्तीय नुकसान उठाना पड सकता है। नेगी ने मांग किया कि जनजातीय क्षेत्रो में तैनात कर्मचारियों को पूर्व की भांति एडवासं सैलरी जारी रखा जाए।