शिमला (एमबीएम न्यूज): बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण से जुड़े सूरज लॉकअप हत्या मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए शिमला के पूर्व एसपी डीडब्लयू नेगी को गिरफ्तार किया है। सीबीआई अब रिमांड हासिल करने के लिए उसे स्थानीय अदालत में पेश करेगी। कोटखाई थाने में जब सूरज की हत्या हुई थी, तब नेगी शिमला के पुलिस अधीक्षक थे। बाद में उन्हें हटाकर पुलिस हैडक्वार्टर में एसपी विजिलेंस लगाया गया था। सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड ने डीडब्लयू नेगी की लॉकअप हत्या मामले में गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
बता दें कि शिमला पुलिस ने 10वीं की छात्रा गुड़िया का शव 6 जुलाई को कोटखाई के हलाहला जंगल से बरामद किया था। सामुहिक बलात्कार के बाद गुड़िया को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा गया था। इस मामले की जांच के लिए राज्य पुलिस ने एसआईटी गठित की थी। इस प्रकरण के दो हफते बाद 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाने में एक आरोपी सूरज की हत्या हुई थी।
सूरज हत्या मामले में सीबीआई द्वारा आईजी जैददी सहित एसआईटी के 8 सदस्यों को बीते 29 अगस्त को गिरफतार किया गया था। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को लॉकअप हत्या मामले में तत्कालीन एसपी डीडब्लयू नेगी की भूमिका पर भी संदेह है। कुछ दिन पहले ही सीबीआई ने नेगी के मोबाइल फोन को भी कब्जे में लिया था। इस मामले में सीबीआई ने 8 पुलिस वालों के वायस सेंपल लेने के लिए स्थानीय अदालत में अर्जी भी दी है।
इस तरह सूरज लॉकअप हत्या मामले में डीडब्लयू नेगी को मिलाकर सीबीआई अब तक 9 पुलिस वालों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें तत्कालीन एसपी नेगी के अलावा आईजी जहुर जैदी और ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी भी शामिल हैं। पिछले लगभग एक हफते से गुड़िया मामले की तफ्तीश कर रही सीबीआई के काम में काफी तेजी दिखी है। सीबीआई के बड़े अधिकारियों ने दो-तीन दिन तक घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य एकत्रित किए हैं। गुड़िया मामले और इससे जुड़े लॉकअप हत्या मामले प्रदेश हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं। हाईकोर्ट ने सीबीआई को लॉकअप हत्या मामले में 30 नवम्बर और गुड़िया मामले 20 दिसम्बर को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए हैं।