नाहन (एमबीएम न्यूज): भगौड़ों की धरपकड़ में सिरमौर पुलिस रिकॉर्ड बनाने की तरफ तेजी से अग्रसर है। करीब चार महीने में 13वां भगौड़ा उत्तर प्रदेश के मेरठ के संवेदनशील इलाके से दबोचा गया है। पुलिस के सामने भगौड़े को गिरफ्तार करने की अब तक की सबसे बड़ी चुनौती सामने आई थी, क्योंकि 17 साल से चोरी की वारदात में वांछित लियके पुत्र गुलजार एक नेता बन चुका था। जब गिरफ्तारी की गई, उस समय भी उसके पीछे काफी भीड़ पक्ष में नारेबाजी करते हुए चल रही थी। खुद आगे मोबाइल पर बात करते-करते चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक भगौड़ा कभी भी जांच में शामिल नहीं हुआ। स्थानीय पुलिस को मेरठ पुलिस की मदद मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता था। लेकिन सिरमौर पुलिस के पीओ सैल ने भी भगौड़े को गिरफ्तार करने की ठान रखी थी। दो महीने से भगौड़े की ट्रैकिंग की जा रही थी। पिछले कल जब रैली में शामिल होने लियके पहुंचा तो बेहद चतुराई से पीओ सैल ने उसे दबोच लिया।
एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि भगौड़े के खिलाफ पांवटा पुलिस ने 17 साल पहले आईपीसी की धारा-379 व 34 के तहत मामला दर्ज किया था। अब उसकी आपराधिक प्रवृति व चालाकी के मददेनजर आईपीसी की धारा-174ए के तहत अलग से मामला भी दर्ज कर लिया गया है।