मंडी (वी कुमार) : जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के संधोल इलाके में जबरन मतदान करवाने का मामला सामने आया है। जबरन मतदान करवाने का आरोप लगा है ऑबर्जवर पर और मतदान करवाया गया है बीएलओ से। पूरा मामला इस प्रकार से है। संधोल के चार गांवों के लोग अपने इलाके की बदहाली को लेकर मतदान के बहिष्कार पर थे। दोपहर तक एक भी व्यक्ति मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचा।
मतदान केंद्र पर स्थानीय आशा वर्कर आशा देवी को बतौर बीएलओ तैनात किया गया था। आशा देवी का वोट भी उसी पोलिंग स्टेशन पर था, जहां उसे तैनाती दी गई थी। भारत निर्वाचन आयोग की इलेक्शन ऑबर्जवर रेणू तिवारी ने देखा कि लोग मतदान के लिए नहीं आ रहे हैं तो उन्होंने बीएलओ आशा देवी पर वोट डालने का दबाव बनाया। आशा देवी के अनुसार उसे जबरन पोलिंग स्टेशन के अंदर ले जाया गया और मतदान करवाया गया।
आशा को पांच और लोगों से भी मतदान करवाने को कहा गया और ऐसा न करने पर उसे सस्पेंड करने की धमकी दी गई। आशा देवी को जब जबरन अंदर ले जाया गया तो जबरन करवाए गए मतदान के बाद वह बेहोश हो गई। एम्बुलेंस की सहायता से आशा देवी को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। बाद में पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने आशा देवी की शिकायत पर मामला दर्ज करके कार्रवाही शुरू कर दी है।
एसपी मंडी अशोक कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस प्रकार का मामला संज्ञान में आया है और इसकी कार्रवाही की जा रही है। इस बारे में हमने दूरभाष के माध्यम से इलेक्शन ऑबर्जवर रेणू तिवारी से भी संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। ग्रामीणों ने बताया कि वह इलाके की बदहाली को लेकर नाराज हैं और इसी के चलते मतदान का बहिष्कार किया है।
वहीं ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इलेक्शन ऑबर्जवर लोगों पर जबरन मतदान का दबाव बना रही थी। ग्रामीणों ने अपने बहिष्कार को जारी रखते हुए यहां पर मतदान नहीं किया है।