मंडी (वी.कुमार) : जी हां कुछ ऐसा ही मंजर जिला की सराज विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, जहां पर लगभग एक वर्ष पूर्व नियुक्त किए गए कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय शर्मा ने सराज में कांग्रेस के एकजुट न होने की सूरत में सराज से टिकट का आवेदन हाईकमान को भेज दिया है।
आश्रय शर्मा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। जिला के सदर विधानसभा से विधायक और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय शर्मा ने कांग्रेस हाईकमान को सराज से चुनाव लडऩे और टिकट के लिए आवेदन किया है। आश्रय शर्मा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव के पद पर कार्य कर रहे हैं और बीते लगभग एक वर्ष से उन्हें सराज का प्रभारी भी नियुक्त किया गया था। आश्रय ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्होने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से उन्हें सराज से कांग्रेस पार्टी का टिकट देने का आग्रह किया है । आश्रय ने सराज में कांग्रेस की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि काफी लम्बे समय के अथक प्रयासों के बाद भी सराज कांग्रेस में एक जुटता की कमी है जिसके कारण किसी एक नाम पर मुहर लगाने को लेकर सहमति नहीं बन रही है। इसी कारण आश्रय शर्मा जो कि सराज के प्रभारी भी हैं सराज से टिकट की प्रबल दावेदारी ठोक रहे हैं। साथ ही आश्रय शर्मा ने यह भी कहा कि अगर हाईकमान किसी और उम्मीदवार को भी सराज से टिकट देती है तो भी वे सराज में कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में कार्य करेंगें।
आश्रय ने बताया कि उनके दादा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे पंडित सुखराम भी आने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी से सचिव आश्रय शर्मा ने अपनी ही पार्टी के बल्ह विधानसभा से विधायक व प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रकाश चौधरी को उनके बयान पर करारा जवाब देते हुए कहा कि प्रकाश चौधरी को राजनीति में लाने वाले पंडित सुखराम ही थे। प्रकाश चौधरी ने कहा था कि अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव नहीं लड़ते हैं तो वे भी चुनावों में भाग नहीं लेंगें। मंत्री के इस बयान पर आश्रय शर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए उन्हे अनाप – शनाप बयानों से बचने की नसीहत भी दे डाली है। उन्होने कहा कि प्रकाश को तराशने वाला जौहरी पंडित सुखराम हैं न की कोई और। उन्होंने प्रकाश चौधरी से सुखराम के विश्वास को कायम रख चुनावों में हिस्सा लेने और बल्ह का प्रतिनिधित्व करने का आग्रह किया है। बता दें कि एक समय में कांग्रेस के गढ़ रहे जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा बीते 20 वर्षों से काबिज है और कांग्रेस वहां पर अपनी वापसी को पूरा जोर लगा रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जब एक तरफ प्रदेश सरकार और संगठन में तालमेल में कमी है वहीं सराज विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रभारी आश्रय शर्मा के द्वारा सराज से ही टिकट की दावेदारी की राजनीति क्या रंग लाती हैं।