नेरचौक (अमीता सेन) : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, राजस्व व विधि मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आज लाल बहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, मंडी स्थित नेरचौक के सभागार का शुभारंभ किया तथा प्रथम दिक्षात आरंभ दिवस समारोह की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि यह प्रदेश का चौथा मेडिकल कॉलेज है जिसका आज शुभारंभ किया गया है और इसी वर्ष चम्बा तथा अगले वर्ष हमीरपुर में भी मेडिकल कॉलेज खोला जायेगा, जिससे प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर 6 हो जायेगी। उन्होंने कहा कि 23 फरवरी, 2009 को ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के रूप में इसका शिलान्यास किया गया था, जबकि 5 मार्च 2014 को विधिवत उद्घाटन किया गया था।
बाद में ईएसआईसी द्वारा इसके संचालन में असमर्थता जताने पर राज्य सरकार ने इसे अपने अधीन लेने का निर्णय लिया तथा आज मंडी जिलावासियों और प्रदेश के युवाओं का सपना साकार हुआ है और लोगों को अब घर के समीप ही उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने संस्थान के समस्त स्टाफ तथा छात्रों को शुभकामनाएं दी तथा उम्मीद जताई की यह मेडिकल कॉलेज प्रदेश के सर्वोत्तम एवं उत्कृष्ट संस्थान के रूप में अपना नाम दर्ज करवायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय मंडी में खोलने का निर्णय लिया है और इससे संबंधित विधेयक हाल ही में विधानसभा ने पारित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम महात्मा गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश रखा जायेगा और इसका मुख्यालय नेरचौक के इसी परिसर में स्थापित होगा । उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए उप.कुलपति तथा रजिस्ट्रार की नियुक्ति शीघ्र ही कर दी जायेगी । कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला के लिए स्वीकृत 30 करोड़ रूपये की लागत के ट्रामा सेंटर का दर्जा लेवल-दो से बढ़ाकर लेवल-एक कर दिया गया है और इसे नेरचौक में ही स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 45 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले टर्शरी कैंसर केयर सैंटर को भी इसी परिसर में स्थापित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में अत्याधुनिक उपकरण व मशीनें स्थापित की गई हैंए जिससे यहां पढ़ाई कर रहे छात्रों को उच्च स्तर की सुविधा प्राप्त हो सकेगी । उन्होंने कहा कि 4.5 सालों के भीतर यहां स्नातकोतर कक्षाएं भी आरंभ करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि गत साढ़े चार सालों में प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में आशातीत सुधार हुआ है। स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ होने से हिमाचल प्रदेश प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष 26 हजार रूपये स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यय करने वाला देश का इकलौता राज्य बना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजनाए मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के उपरांत अब शेष बचे लोगों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुरक्षा योजना आरंभ की हैए जिसके तहत गंभीर बीमारी के उपचार के लिए एक लाख 75 हजार रूपये पात्र व्यक्ति को प्रदान करने का प्रावधान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूरे प्रदेश में 120 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैंए 40 का दर्जा बढ़ाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किया गया है । 32 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल का दर्जा प्रदान किया गया है । उन्होंने कहा कि मंडी जिला में भी 5 नए नागरिक अस्पताल इस अवधि में खोले गए हैं। और अब इनकी संख्या बढ़कर दस हो गयी है ।
इससे पूर्व उन्होंने संस्थान के अधिकारिक चिन्ह का अनावरण भी किया तथा दिवंगत प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीक्षारंभ की विधिवत उद्घोषणा की ।
आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने कहा कि प्रदेश के केंद्र में स्थापित होने से मंडी जिला में मेडिकल कालेज की आवश्यकता काफी समय से महसूस की जा रही थी और इस कालेज के खुलने से क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो।गी । उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह तथा स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर के प्रयासों की सराहना की । उन्होंने कहा कि ठस् मेडिकल कालेज में 99 छात्रों ने दाखिला ग्रहण कर लिया है और कालेज के खुलने से प्रदेश में डाक्टरों की कमी भी पूरी होगी।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि आज मंडी जिलावासियों का सपना साकार हो गया है और प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सुविधाओं को आगे ले लाने के प्रयासों को भी बल मिला है । उन्होंने कहा कि कोई भी संस्थान धीरे-धीरे आगे बढ़ता है तथा यही प्रयास इस मेडिकल कालेज के संचालकों व छात्रों को भी करना होगा, ताकि यह संस्थान एक मील का पत्थर साबित हो सके। उन्होंने कहा कि यह संस्थान उत्कृष्ट शिक्षा तथा बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को प्रदान करें, यही प्रयास कालेज के संचालन मंडल का होना चाहिए ।उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल मंडी को मेडिकल कालेज के साथ संबद्ध किया गया हैएजिसका लाभ जिला की जनता को प्राप्त हो रहा है।
इससे पूर्व कालेज के प्रधानाचार्य डा. डीएस धीमान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और संस्थान के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि उत्तम प्रशासनिक भवन के साथ ही यहां पूरी तरह से वातानुकूलित भवन स्थापित किया गया है। उन्होंने अपने सहयोगियों का आहवान किया कि वे आने वाले पांच वर्षो की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें और छात्रों से अनुशासित होकर शिक्षा ग्रहण करने को कहा।