कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : हजारो बौद्ध अनुयायियों ने मनाली के चिढ़यारी में आज अपने धर्म गुरु टीचे टूलचेन को नम आंखों से विदा किया। धर्मगुरु 95 साल के थे और मनाली कुल्लू, लाहुल किन्नौर, नेपाल ओर बौद्ध क्षत्रो में इनकी बहुत मान्यता थी। धार्मिक गुरु ने पांच दिन पहले अपने चिढ़यारी निवास में देह त्याग दी थी। गुरु के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए आज अनुयायियों ने उन्हें नम आंखों से पचतत्व में लीन कर दिया।
पांच दिन पहले ही देह त्याग चुके धर्म गुरु के घर मे पूजा पाठ का क्रम शुरू हो गया था। आज दाह संस्कार के समय भी सुबह से ही धर्म गुरु के घर अनुयायियों का आना शुरू हो गया। 10 बजे तक हजारो अनुयायी धर्म गुरु के घर के प्रंगण में एकत्रित हो गए। पचतत्व में लीन होने से पहले उस जगह पर बौद्ध धर्म अनुसार पूजा पाठ किया गया। किन्नौर से मनाली पहुंचे धर्म गुरु छोगेन रिपोछे ने धार्मिक परम्परा का निर्वहन किया और बौद्ध अनुयाइयों को शांति का संदेश भी दिया। छोगेन रीपोछे ने बताया की धर्म गुरु टिचे टुलकु 50 साल से मनाली में रहकर अपने अनुयायियों का भला कर रहे थे। उन्होंने कहा आज विधि पूर्वक धार्मिक गुरु पचतत्व में लीन हो गए।
उन्होंने सभी अनुयायियों को शांति का संदेश दिया। धार्मिक गुरु के दाह संस्कार में पहुंचे लाहुल स्पिति के विधायक रवि ठाकुर ने भी गुरु को अंतिम विदाई दी। उन्होंने कहा कि धार्मिक गुरु की बौद्ध अनुयायियों में भारी मान्यता थी और गुरु अपने अनुयायियों को शांति का संदेश देते थे। साथ ही अपने आशीर्वाद से अपने अनुयायियों को सुख व समृद्धि का आशीर्वाद देते थे। उन्होंने कहा कि उनके न रहने से बौद्ध अनुयायियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस अवसर पर दर्जनों बौद्ध भिक्षु और हजारो अनुयायी उपस्थित रहे।