कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : तिब्बत सीमा के साथ सट्टे स्पीति मार्ग में वाहनों की आवाजाही राम भरोसे चली हुई है। मनाली से वाहन चालक जब काजा का रुख करता है तो उसे यही शंका रहती है कि वह अपनी मंजिल में पहुंचेगा भी या नहीं। कई वाहन चालक इस मार्ग पर वाहनों में ही रात काट चुके है। इस मार्ग पर वाहन चालकों का सहारा बीआरओ तो नही है लेकिन कुंजम माता का उन्हें जरूर सहारा मिल रहा है। वाहन चालक अगर इन 3 नालो की पार करने में सफल रहते है तो वे कुंजम माता के दरवार में जरूर माता टेक आशीर्वाद लेते हैं। काजा मार्ग पर दोहरनी नाले में हालात खस्ता है जैसे कैसे इसे पार कर लिया तो छोटा और बड़ा दडा वाहनो की परीक्षा को तयार बैठा होता है। इन तीनो नालो को पार करना जोखिम से कम नही है। वाहन चालक नरेंद्र, डोला, विकास, दोरजे ओर टशी छोपेल ने बताया कि इस मार्ग में वाहन चलाना खतरे से खाली नही रह गया है ।
उन्होंने बताया कि बीआरओ इस बार सड़क को दुरुस्त रखने में पूरी तरह फेल रहा है। उन्होमे बताया कि इस बार गाड़ियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। विधायक लाहुल स्पिति रवि ठाकुर ने बताया कि उन्होंने बीआरओ चीफ इंजीनियर मोहन लाल से इस विषय मे कई बार बात की लेकिन अभी तक सड़क के सफर को सुरक्षित नही बनाया जा सका है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों की सड़कों को प्राथमिकता में सुधारा जाना चाहिए।
बीआरओ कमांडर कर्नल ए के अवस्थी ने बताया की तीनों स्थानों पर ट्रेफिक को बहाल रखने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि नालो में पानी कम होते ही सड़क की हालत बेहतर बनाई जाएंगी।