शिमला (एमबीएम न्यूज): पोस्ट कोड संख्या 447 के तहत जूनियर ऑफिस असीस्टेंट के पदों को लेकर अंतिम नतीजा पहेली बनता जा रहा है। लिहाजा साक्षात्कार में हिस्सा ले चुके युवाओं में असंतोष भी बढ़ता जा रहा है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क के इन बॉक्स में लगातार परिणाम में देरी को लेकर नाराजगी जाहिर की जा रही है।
सवाल यह उठ रहा है कि जब सामान्य कार्यक्रम के तहत 12 जुलाई को साक्षात्कार पूरे हो गए थे तो परिणाम जारी क्यों नहीं किया। पोस्ट कोड संख्या 447 के तहत जेओए की नियुक्तियां तीन साल से लटकी हुई हैं। हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग खुद भी उलझ कर रह गया है। पहले आईटी के डिप्लोमा को लेकर उम्मीदवारों को साक्षात्कार से रिजेक्ट कर दिया गया। फिर हाईकोर्ट के आदेश पर कुछेक के साक्षात्कार भी ले लिए गए।
दरअसल इस नतीजे पर बवाल इस कारण भी मच रहा है, क्योंकि अंतिम परिणाम में चयन होने की आस लगाए बैठे उम्मीदवारों को सितंबर माह में चुनाव आचार संहिता लागू होने का डर भी लग रहा है। सनद रहे कि यह भर्ती प्रक्रिया 2015 में शुरू की गई थी। दरअसल आयोग के सचिव के हवाले से बयान आया था कि जल्द ही नतीजा घोषित कर दिया जाएगा।
सनद रहे कि टंकण परीक्षा भी दो बार आयोजित हो चुकी है। शुरू में पदों की संख्या कम थी, लेकिन धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर एक हजार से ऊपर कर दिया गया है। लिखित परीक्षा का नतीजा जून 2016 में घोषित किया गया था। निजी साक्षात्कार के लिए एक-तिहाई उम्मीदवार न मिलने के कारण दोबारा मैरिट जारी की गई।
उधर संपर्क किए जाने पर आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर ने कहा कि कुछ बिन्दुओं पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने कहा कि 9 अगस्त तक हाईकोर्ट के आदेश पर साक्षात्कार जारी रहे। सरकार से क्या स्पष्टीकरण मांगा गया है, इस पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आईटी के डिप्लोमों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। सचिव ने कहा कि सरकार से स्पष्टीकरण मिलने के बाद रिजल्ट को कंपाइल करने की प्रक्रिया तुरंत ही शुरू कर दी जाएगी, ताकि जल्द से जल्द ही नतीजा घोषित किया जा सके।