कुल्लू (नीना गौतम) : कर्ण सिंह के अथक प्रयास आखिरकार रंग लाए हैं। न्यूल व ठेला जैसे दुर्ग क्षेत्र की युवा पीढ़ी को घर द्वार पर ही शिक्षा मिलेगी। कर्ण सिंह बेशक आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके द्वारा की घोषणा सीएम वीरभद्र सिंह ने पूरी कर ली है। यह कहना है कर्ण सिंह के पुत्र आदित्य विक्रम सिंह का। वे पिता द्वारा की घोषणा को पूरे होते भावविभोर हो उठे।
उनका कहना है कि न्यूल स्कूल जो काफी समय से वरिष्ठ दर्जे के लिए प्रयास में था और न्यूल की जनता की काफी लंबे समय से ये मांग थी कि इस स्कूल को अपग्रेड करने की भारी आवश्यकता है इस संबंध में स्थानीय जनता ने पूर्व कर्ण सिंह से डेपुटेशन लेकर न्यूल व छुआरा की स्थानीय लोगों ने अपील की थी । गड़सा घाटी की स्थानीय जनता में भी आज खुशी की लहर पूर्व मंत्री स्वर्गीय कर्ण सिंह क्षेत्र की आम जनता की भावनाओं को समझते हुए 6 महीने पहले प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंन्त्री राजा वीरभद्र सिंह को अवगत करवाया था कि ठेला स्कूल को वरिष्ठ माध्यमिक का दर्जा दिया जाए और आज पूर्व मंत्री कर्ण सिंह की अथक मेहनत सफल हुई और ठेला स्कूल को दसंवी से वरिष्ठ माध्यमिक किया गया ।
आज समस्त बंजार विधानसभा में एक बार पुनः पूर्व मंत्री कर्ण सिंह की याद ताजा हो गई उन्हीं के प्रयास थे कि न्यूल स्कूल व ठेला स्कूल को 10+2 का दर्जा मिले ताकि क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिले । 12 मई को मंत्री का स्वर्गवास हो गया जिससे समस्त बंजार शोक की लहर में डूब गया लेकिन उन्होंने जिन कार्यों की आधारशिला रखी थी वो आज भी समस्त बंजार विधानसभा के लिए वरदान सिद्ध हो रही है । इसमें कोई संदेह नहीं है कि मंत्री के देहावसान के बाद उनके सपुत्र आदित्य विक्रम सिंह ने भी इस संबंध में कई विभागाधिकार्यों व सरकार के नुमाइंदों से वार्तालाप जारी रखा।
आदित्य ने जब मुख्यमंत्री से मुलाकात की तब भी उन्होंने इन दोनों स्कूलों को लेकर बात की थी आदित्य विक्रम सिंह ने मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह को अवगत करवाया था कि ये दोनों स्कूल मंत्री जी की प्राथमिकता थी और मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लेते हुए आज दोनों स्कूल न्यूल व ठेला को वरिष्ठ माध्यमिक का दर्जा प्रदान किया । प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह , पूर्व मंत्री स्वर्गीय कर्ण सिंह व आदित्य विक्रम सिंह का बंजार विधानसभा की समस्त जनता ने इस पुण्य कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त किया है।