शिमला (एमबीएम न्यूज) : राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सोमवार को वनरक्षक होशियार सिंह की मौत के मामले में बड़ा फैसला लिया गया है। इसके मुताबिक वनरक्षक होशियार सिंह का वेतन उसकी दादी हिरदी देवी को ताउम्र मिलता रहेगा। यह उस राशि के बराबर होगा, जो वनरक्षक को वेतन के तौर पर मिलती थी। सरकार ने स्पेशल केस के तौर पर ऐसा किया है।
सरकार का मानना है कि यह अलग तरह का ही मामला था, जब कटनाडा जंगल में होशियार सिंह की मौत हो गई थी। वनरक्षक होशियार सिंह की मौत के मामले ने खासा तूल पकड़ा था। अब भी वनरक्षक की मौत मामले में सीबीआई की जांच करवाने की मांग हो रही है। इतना तय था कि अपनी जान गंवा कर वनरक्षक होशियार सिंह एक मिसाल कायम कर गया था। न केवल लकड़ी तस्करों का भांडाफोड हुआ, बल्कि वन तस्करी में जुड़े विभाग के कर्मचारियों की भी पोल खुली। आत्महत्या के लिए उकसाने पर 6 लोग गिरफ्तार भी हुए थे।
दो पन्नों के सुसाइड नोट में होशियार सिंह काफी कुछ बयां कर गया था। लापता होशियार सिंह का शव पेड़ से उलटा लटका हुआ मिला था। इसके बाद सनसनी फैल गई थी। सनद रहे कि वनरक्षक होशियार सिंह अपनी दादी का इकलौता सहारा था।